90वें जन्मदिवस पर आज मैक्लोडगंज के मुख्य मंदिर में केक कटेगा, दलाई लामा देंगे आशीर्वाद

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जन्मदिन से पहले ही तिब्बती बौद्ध धर्मगुरु 14वें दलाई लामा तेंजिन ग्यात्सो ने अपने उत्तराधिकारी की घोषणा के बारे में चल रही चर्चाओं पर विराम लगा दिया है।

तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा के 90वें जन्मदिवस पर रविवार को मैक्लोडगंज स्थित मुख्य मंदिर में केक कटेगा। इसमें धर्मगुरु विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे। दलाई लामा मंदिर को भव्य तरीके से सजाया गया है, इसके लिए वितयनाम से फूल मंगवाए गए हैं। दलाई लामा का जन्मदिन आधिकारिक तौर पर ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार 6 जुलाई को मनाया जाता है।

तिब्बती बौद्ध धर्मगुरु 14वें दलाई लामा तेंजिन ग्यात्सो ने अपने उत्तराधिकारी की घोषणा के बारे में चल रही चर्चाओं पर विराम लगा दिया है। शनिवार को मैक्लोडगंज स्थित चुगलाखांग मठ में अपने 90वें जन्म दिवस से पहले दीर्घायु प्रार्थना समारोह में दलाई लामा ने अपने अनुयायियों से कहा कि उम्मीद है कि मैं अभी 30-40 साल और जीवित रहूंगा। 

उन्होंने कहा कि बहुत सारी भविष्यवाणियों को देखते हुए यह महसूस करता हूं कि मुझ पर अवलोकितेश्वर का आशीर्वाद है और अब तक अपना सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास किया है। प्रार्थना सभा में उपस्थित लोगों से कहा कि आपकी प्रार्थनाएं अब तक फलदायी रही हैं। हमने अपना देश खो दिया है और हम भारत में निर्वासन में रह रहे हैं, लेकिन धर्मशाला में रहकर लोगों को काफी लाभ पहुंचाने में सक्षम रहा हूं। जितना संभव हो सके लोगों को लाभ पहुंचाने और उनकी सेवा करने का वह इरादा रखते हैं। 

दलाई लामा ने कहा कि मैं एक साधारण बौद्ध भिक्षु हूं और सामान्यतया जन्मदिन का उत्सव नहीं मनाता हूं। चूंकि आप सभी इस अवसर पर आयोजन कर रहे हैं तो मैं कुछ विचार साझा करना चाहता हूं कि भौतिक विकास महत्वपूर्ण है, लेकिन मन की शांति और एक अच्छे हृदय का विकास उससे भी अधिक आवश्यक है। उन्होंने कहा क हमें केवल अपने परिजनों ही नहीं, बल्कि सभी के प्रति करुणा और दयाभाव रखना चाहिए। वहीं, दलाई लामा की लंबी उम्र के लिए आयोजित प्रार्थना में भव्य रूप से सुसज्जित प्रमुख बौद्ध मंदिर प्रांगण में दलाई लामा के जीवन के विभिन्न चरणों की तस्वीरें थीं।

बता दें कि 2 से 4 जुलाई तक मैक्लोडगंज में दलाई लामा के पुनर्जन्म और उत्तराधिकारी की नियुक्ति को लेकर तीन दिवसीय तिब्बती धार्मिक सम्मेलन हुआ। इसमें तिब्बत के विभिन्न प्रांतों और संप्रदायों के धर्मगुरुओं ने कहा था कि दलाई लामा की नियुक्ति की प्रक्रिया बौद्ध धर्म की प्राचीन परंपराओं के अनुसार ही होगी और गादेन फोडरंग ट्रस्ट को इस पर निर्णय लेने का पूर्ण अधिकार है। इसमें चीन का हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। धर्मगुरुओं ने यह भी कहा था कि अभी दलाई लामा के पुनर्जन्म व उत्तराधिकारी की नियुक्ति की उन्हें कोई जल्दबाजी नहीं है। दलाई लामा बिल्कुल स्वस्थ हैं और करीब 130 वर्ष तक उनके जीवित रहने की उम्मीद है। 

शनिवार को प्रार्थना सभा में केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू, अरुणाचल के मुख्यमंत्री पेमा खांडू और हॉलीवुड अभिनेता रिचर्ड गेर समेत कई प्रमुख हस्तियां शामिल हुईं। प्रार्थना सभा का आयोजन केंद्रीय तिब्बती प्रशासन ने तिब्बती बौद्ध अनुयायियों के आग्रह पर किया, जिसमें करीब पांच हजार से अधिक लोग उपस्थित रहे।

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