मटौर-शिमला फोरलेन से सफर में जेब करनी पड़ेगी अब ढीली

Now you will have to loosen your pocket to travel on Mataur-Shimla four lane

अब मटौर से शिमला फोरलेन पर सफर करने पर वाहन चालकों की जेबें ढीली होंगी। फोरलेन पर दो टोल बैरियर प्रस्तावित हैं। एक रानीताल के घट्टा और दूसरा जिला हमीरपुर में। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने रानीताल के घट्टा में टोल बैरियर स्थापित कर दिया है। इस टोल बैरियर पर बिजली कनेक्शन, रंग-रोगन और बैरिकेड्स समेत अन्य सभी कार्य पूरा कर लिए गए हैं। इस टोल बैरियर पर रंगीन लाइटें ऑन कर ट्रायल भी किया गया। अब जल्द ही इस टोल बैरियर को टेंडर प्रक्रिया के माध्यम से आवंटित करने की तैयारी शुरू होने वाली है।

एनएचएआई का दावा है कि दिसंबर से इस टोल बैरियर पर वाहनों का शुल्क कटना शुरू हो जाएगा। हालांकि अभी तक छोटे और बड़े वाहनों का कितना शुल्क होगा, यह तय नहीं है। टोल टैक्स की दरों को लेकर भी आगामी समय में एनएचएआई की बैठक होने वाली है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने फोरलेन कंस्ट्रक्शन कंपनी को हमीरपुर तक निर्माण कार्य इसी साल पूरा करने के निर्देश दिए हैं। कांगड़ा के समेला में निर्माणाधीन सुरंग का कार्य भी तेज गति से चल रहा है। टोल बैरियर के शुरू होने से पहले ही नई सुरंग से भी यातायात बहाल होने की पूरी संभावना है। अभी मटौर से शिमला तक कोई टोल बैरियर नहीं है। वाहन चालक इस मार्ग पर निशुल्क सफर करते हैं, लेकिन रानीताल के घट्टा में टोल बैरियर शुरू होने के बाद वाहन चालकों को शुल्क अदा करना पड़ेगा। 

मार्च 2025 तक मटौर से लेकर हमीरपुर तक फोरलेन कार्य को पूरा किया जाएगा, लेकिन मटौर से ज्वालाजी तक फोरलेन का कार्य इस साल दिसंबर तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। फोरलेन का कार्य पूरा होने के बाद रानीताल के घट्टा में स्थापित टोल बैरियर को शुरू कर दिया जाएगा। -विक्रम सिंह मीणा, परियोजना निदेशक, एनएचएआई

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