हिमाचल प्रदेश में पिछले पांच दिन पहले बादल फटने की हुई घटनाओं में लापता लोगों की संख्या दो और बढ़ गई है। श्रीखंड में दो लोगों के उसी दिन से लापता होने की जानकारी अब मिली है। इस तरह अब भी छह जगह बादल फटने की घटनाओं के बाद 45 लोग लापता हैं। इनमें रामपुर के समेज में 36, बागीपुल में पांच, मंडी के राजबन और कुल्लू जिले के श्रीखंड में दो-दो लोग लापता हैं। राजबन में 8 और कुल्लू के निरमंड में दो लोगों के शव मिल चुके हैं। सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस की ओर से लापता लोगों को खोजने के लिए सर्च ऑपरेशन लगातार जारी है।
समेज त्रासदी के बाद से चल रहे सर्च ऑपरेशन के पांचवें दिन सोमवार सुबह सुन्नी डैम के करीब डोगरी से दो शव बरामद हुए हैं। इसमें एक शव लड़की और एक पुरुष का है। प्रथम दृष्टया में 14 से 17 साल की लड़की का शव बताया जा रहा है। यह जानकारी अतिरित उपायुक्त अभिषेक वर्मा ने दी । उन्होंने कहा कि लड़की का शव सही हालात में है। वहीं पुरुष का शव क्षत-विक्षत है। ऐसे में चेहरे की पहचान नहीं हो पा रही है। कुल्लू प्रशासन को भी इसके बारे में सूचना दे दी गई है। दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए सीएचसी सुन्नी के लिए भेज दिया गया। उन्होंने कहा सर्च ऑपरेशन तीव्र गति से चला हुआ है।
उधर, बुधवार रात भीमडवारी के समीप बादल फटा तो इसकी चपेट में श्रीखंड यात्रा के पहले पड़ाव सिंघगाड में ठहरे दो लोग भी लापता हैं। रामपुर के समेज निरमंड की कुर्पण खड्ड में लापता लोगों की तलाश में चार पोकलेन मशीनें तैनात कर दी गई हैं। दोनों जगह सुबह सात बजे से सर्च अभियान में जवान जुट गए। सर्च ऑपरेशन सुगम बनाने के लिए समेज खड्ड पर दो अस्थायी पुलिया बना दी हैं। सेना के खोजी कुत्ते की मदद भी ली जा रही है।
उधर, चौहार घाटी के राजबन में बादल फटने के बाद से लापता लोगों की खोज के दौरान पांचवें दिन रविवार को मलबे में दबे एक-दूसरे से लिपटे मां-बेटी के शव मिले हैं। तीन माह की बेटी को बचाने के लिए मां ने उसे अंतिम समय तक सीने से लगाए रखा। उधर, शिमला जिले के रामपुर के डकोलढ़ में सतलुज नदी के किनारे पुलिस ने दो शव बरामद किए हैं। क्षत-विक्षत हालत में मिले शवों की पहचान नहीं हो पाई। शव महिलाओं के हैं या पुरुषों के, यह भी पता नहीं चल पा रहा है। रामपुर थाना के प्रभारी जयदेव ठाकुर ने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए खनेरी अस्पताल पहुंचा दिया है।
मंडी के राजबन में बादल फटने के बाद यहां 10 लोग लापता थे। इनमें से आठ के शव बरामद हो गए हैं, जबकि दो की तलाश जारी है। रविवार को खोजी कुत्ते की मदद से सर्च ऑपरेशन आगे बढ़ाया गया। सुबह 6 बजे खोजी कुत्ते की दिखाई लोकेशन पर एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस की संयुक्त टीम ने मलबे की खोदाई का कार्य आगे बढ़ाया। इस दौरान दोपहर करीब 12 बजे 23 वर्षीय सोनम और उसकी तीन महीने की बेटी मानवी का शव मिला। शव मिलते ही राजबन एक बार फिर चीखपुकार से गूंज उठा। दोनों शवों का पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार कर दिया गया। भतीजे अजीत कुमार ने अपनी चाची को मुखाग्नि दी। बच्ची को मिट्टी में दबाकर उसका अंतिम संस्कार किया गया। यहां अभी और दो लापता लोगों की तलाश चल रही है।
20 रिश्तेदारों के लिए डीएनए सैंपल
सतलुज में शव मिलने के बाद समेज में लापता लोगों की शिनाख्त के लिए उनके 20 रिश्तेदारों के डीएनए के सैंपल लिए हैं। इन सैंपलाें के मिलान के आधार पर सतलुज नदी में मिलने वाले शवों की पहचान की जाएगी। शिमला के पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी ने बताया सर्च ऑपरेशन में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, पुलिस और होमगार्ड के जवान जुटे हुए हैं।
सरकार और बेली ब्रिज खरीदेगी
सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया है। लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह भी मौके पर गए हैं। जानमाल का नुकसान हुआ है। विभाग को सड़कें दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं। सरकार और बेली ब्रिज खरीदेगी। प्रभावित क्षेत्रों में एक-दो दिन के भीतर पुल पहुंच जाएंगे।