हिमाचल प्रदेश से लगते पंजाब के जेजों गांव में रविवार सुबह करीब 10 बजे एक इनोवा कार खड्ड के तेज बहाव में बह गई। इससे कार में सवार ऊना के नौ लोगों की मौत हो गई, जबकि दो लापता हैं। एक युवक को स्थानीय लोगों ने बचा लिया। एक अन्य हादसे में भारी बारिश के चलते ऊना के टाहलीवाल में बाथड़ी खड्ड में दो बहनों समेत तीन बच्चियों की बहने से मौत हो गई, जबकि दो लापता हैं। उधर, भारी बारिश के बीच किन्नौर के पूह के काह में बादल फटने से नेशनल हाईवे-5 बाधित हो गया। इससे किन्नौर का संपर्क स्पीति से कट गया। वहीं, सिरमौर में एक मंदिर खड्ड में बह गया। भारी बारिश के चलते ऊना शहर में जलभराव हो गया।
जानकारी के अनुसार ऊना के लोअर देहलां गांव के सुरजीत सिंह (55) को पंजाब के जेजों के मेहरोवाल गांव में रिश्तेदार के यहां शादी थी। समारोह में सुरजीत, पत्नी परमजीत कौर, बेटा गगनदीप (19), दीपक (22), भाई रामस्वरूप, पत्नी पलविंद्र कौर, बेटा नितिन, भटोली गांव निवासी उनकी साली शीनू देवी पत्नी अमरीक सिंह, उनका बेटा हर्षित, बेटी भावना तथा मन्नत वाहन में जा रहे थे। उन्होंने देहलां निवासी कुलविंद्र कुमार की गाड़ी किराये पर बुक की और सुबह समारोह के लिए निकले। दुलैहड़ क्षेत्र पार करने के बाद जब वे जेजों पहुंचे तो खड्ड उफान पर थी। पहले उन्होंने वहां रुककर इंतजार करने की सोची, लेकिन कुछ वाहन जाने लगे तो उन्होंने भी वहां से आगे बढ़ने की सोची। गाड़ी अभी पानी में कुछ दूर ही आगे बढ़ी थी कि पानी ने कार को चपेट में ले लिया।
देखते ही देखते कार करीब 300 मीटर दूर तक बहती चली गई। स्थानीय लोगों ने जेसीबी बुलाकर बचाव कार्य शुरू किया। इसमें दीपक को बाहर निकाल लिया, जबकि अन्य बह गए। इसके बाद नौ लोगों के शव स्थानीय लोगों ने ढूंढ लिए, जबकि रामस्वरूप और उनकी साली शीनू देवी अभी लापता हैं। इस हादसे में सात लोग ऊना के देहलां और चार भटोली गांव के निवासी हैं। ऊना के उपायुक्त जतिन लाल ने बताया कि मौके पर स्थानीय पुलिस को भेजा गया है। घटना पंजाब में हुई है, लेकिन जिला प्रशासन भी बचाव के कार्य में सहयोग करवाया है।
मुख्यमंत्री ने जेजों में हुए हादसे पर दुख व्यक्त किया
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने जेजों में ऊना जिले के देहला के नौ व्यक्तियों और बाथड़ी में तीन बच्चियों की मौत की दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की है। वहीं, उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने भी दोनों घटनाओं में दुख जताया।
जेजों खड्ड में 11 लोगों के बहने पर अनुराग ने जताया शोक
हमीरपुर। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं हमीरपुर के सांसद अनुराग ठाकुर ने ऊना के देहलां से पंजाब जा रही गाड़ी के हिमाचल-पंजाब बॉर्डर के पास जेजों खड्ड में बहने से एक ही परिवार के 11 लोगों में से नौ की अकाल मृत्यु और दो लोगों के लापता होने पर दुख प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि वह स्थानीय प्रशासन के साथ लगातार संपर्क में हैं। दुर्घटना की स्थिति का लगातार जायजा ले रहे हैं। स्थानीय प्रशासन पूरी तत्परता से राहत और बचाव कार्यों में लगा हुआ है।
उधर, दूसरे हादसे में ऊना जिले में भारी बारिश से उफान पर आई बाथड़ी खड्ड के तेज बहाव में पांच प्रवासी बच्चे बह गए। इनमें दो बहनों समेत तीन बच्चियों की मौत हो गई। पुलिस ने तीनों के शव बरामद कर लिए हैं। दो की तलाश जारी है। मृतक बच्चियों में दो बहनें मनीषा (18), राशि (6) के अलावा तनु (7) निवासी पूर्णिया बिहार शामिल हैं। ऊना के उपायुक्त जतिन लाल ने बताया कि जोरदार बारिश के बीच बाथड़ी खड्ड में जलस्तर बढ़ गया। बारिश से बचने के लिए कुछ प्रवासी बच्चे अपने घरों (झुग्गियों) में खेल रहे थे। इस दौरान पानी के तेज बहाव ने झुग्गियों की कच्ची दीवार को तोड़ते हुए कई प्रवासी बच्चों को अपनी चपेट में ले लिया। बच्चे इससे पहले कुछ समझ पाते कि वे पानी में बह गए। स्थानीय लोगों और प्रवासियों ने बच्चों की तलाश की। कुछ समय बाद तीन शव पास लगती एक फैक्टरी में मशीन से सटे हुए मिले, जबकि दो का पता नहीं चल सका। दमकल विभाग की टीम ने बचाव कार्य शुरू किया है। खड्ड के तेज बहाव की चपेट में प्रवासी लोगों की करीब 50 झुग्गियां आई हैं।
ऊना में बारिश से उद्योगों को करोड़ों का नुकसान
ऊना में भारी बारिश से औद्योगिक इकाइयों को करोड़ों का नुकसान हुआ है। प्रीतिका ऑटो इंडस्ट्री, वर्धमान इस्पात, इस्कॉन इंडस्ट्री और ठाकुर फिलिंग स्टेशन को सबसे अधिक नुकसान पहुंचा है। उद्योग परिसरों में खड़े कामगारों के दर्जनों दोपहिया वाहन और कारें पानी में बह गए। जिले में आठ घरों, पांच दुकानों और एक पेट्रोल पंप में तीन फीट तक पानी भर गया। संतोषगढ़ के छह गांवों के कई घरों में पानी घुस गया।
कांगड़ा में रेलवे ट्रैक बहा, 15 मकान क्षतिग्रस्त
भारी बारिश के कारण कांगड़ा शहर से सटे समेला के पास रेलवे ट्रैक बह गया। जिले में 15 पक्के और कच्चे मकानों को क्षति पहुंची है।
पोल्ट्री फार्म में 3,000 चूजे मरे, धान की फसल तबाह
बारिश ने उपमंडल पांवटा साहिब क्षेत्र के पीपलीवाला, गोरखूवाला-श्यामपुर में तबाही मचाई है। पीपलीवाला में एक घर क्षतिग्रस्त हो गया। गोरखूवाला में पोल्ट्री फार्म में पानी भरने से 3,000 चूजे मर गए। श्यामपुर में करीब 20 बीघा भूमि पर लगी धान की फसल बर्बाद हो गई है।
दो मकान और तीन गोशालाएं क्षतिग्रस्त
जिला चंबा में भारी बारिश के चलते खड़ामुख-होली मार्ग मनून धार के समीप बाधित हो गया। सिहुंता-लाहड़ू मार्ग छह घंटे ठप रहा। दो मकान और तीन गोशालाएं क्षतिग्रस्त हैं।
रोहतांग की चोटियों पर फाहे, पांगी का लाहौल-मनाली से कटा संपर्क
लाहौल में उदयपुर-किलाड़ सड़क पर कड़ुनाला के समीप भूस्खलन के चलते पांगी घाटी का संपर्क लाहौल-मनाली-कुल्लू से कट गया है। रोहतांग सहित ऊंची चोटियों पर बर्फ के फाहे भी गिरे हैं। कुल्लू में दिनभर बारिश का दौर जारी रहा।
चार मकान ढहे, जोगिंद्रनगर में बाढ़ जैसे हालात
मंडी जिले में चार कच्चे मकान व दो गोशालाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं। जोगिंद्रनगर, धर्मपुर, सिराज व अन्य क्षेत्रों में पहाड़ियों से भारी भूस्खलन के चलते बार-बार सड़कें बाधित हो रही हैं।
एनएच पर गिरे पत्थर, जिले में 17 सड़कें बंद
कालका-शिमला नेशनल हाईवे पर बारिश के बीच परवाणू से सोलन के बीच कई जगह पत्थर और मलबा गिरा। फोरलेन निर्माण कर रही कंपनी की टीम ने तुरंत पत्थर हटाकर सड़क को सुचारु करने का कार्य किया। नालागढ़ क्षेत्र में छोटी-बड़ी 17 सड़कें बंद रही।