पंजाब-हिमाचल के सीमावर्ती इलाके जेजों में रविवार सुबह 10 बजे हुए दर्दनाक हादसे में जिला ऊना के नौ लोगों की मौत हो गई और दो लापता हैं। इस हादसे में पानी के तेज बहाव की चपेट में आए गाड़ी सवार देहलां और भटोली के तीन परिवारों को बचाने के लिए स्थानीय लोगों ने पूरी जान लगा दी। इस कोशिश में उन्होंने 22 साल के युवक दीपक को बचाने में सफलता हासिल की। लेकिन अन्य 11 लोगों को तमाम प्रयासों के बावजूद बचा नहीं पाए।
स्थानीय लोगों ने बताया कि बरसात के दिनों में जब खड्ड अपने रौद्र रूप में होती है तो हम उसे देखते आते हैं। रविवार को स्थानीय लोग खड्ड के किनारों पर खड़े थे। इस दौरान एक लोडर आया और उसके पीछे इनोवा गाड़ी थी। लोडर सड़क पर सीमेंट के बने कॉजवे को पार करने लगा। चूंकि लोडर भारी वाहन है तो वह पानी को पार कर गया। इसके पीछे इनोवा गाड़ी चालक ने भी पानी को पार करने की कोशिश की। इस दौरान किनारों पर खड़े लोगों ने चिल्लाकर गाड़ी चालक को रुकने के लिए कहा। लेकिन वह आगे बढ़ गया। कुछ ही क्षणों में गाड़ी पानी की चपेट में आ गई और कॉजवे से खड्ड में गिर गई। आसपास मौजूद लोगों ने तुरंत उन्हें बचाने के लिए प्रयास शुरू कर दिए। मौके पर एक जेसीबी को बुलाया गया और रस्सियां भी मंगवाईं। लेकिन देखते ही देखते गाड़ी पलटी खाने लगी और उसने सवार बच्चे बाहर गिरे। लोग भी गाड़ी का पीछा करते हुए भागे और पानी में बहते दीपक को पकड़ लिया। लेकिन अन्य लोगों को नहीं बचा पाए।
देहलां लोअर के प्रधान राहुल मेनन व अपर देहलां के प्रधान राजेंद्र कुमार ने बताया कि स्थानीय लोगों ने बचाव कार्य में बहुत सहयोग किया। उन्हीं के प्रयासों के दीपक की जान बची और शवों को ढूंढा जा सका। उन्होंने कहा कि वह खुद मौके पर गए थे। वहीं मौके पर गईं तहसीलदार ऊना शिखा राणा ने कहा कि इस दुखद हादसे में प्रशासन पीड़ित परिवारों के साथ है। उन्होंने कहा कि मामले में प्रशासन परिवारों की मदद करेगा।