हिमाचल प्रदेश में बारिश का दौर थमते ही भूस्खलन का दौर शुरू हो गया है। कालका-शिमला नेशनल हाईवे पांच पर कुमारहट्टी-सोलन बाईपास पर 35 फीट डंगा ऊंचा भरभरा कर गिर गया। डंगा गिरने के साथ ही पहाड़ी से पत्थर और मलबा भी सड़क पर आ गया। मलबा आने से एक लेन पूरी तरह से बंद हो गई। वहीं, धूल की वजह से और खतरे को देखते हुए 15 मिनट तक दोनों ओर वाहनों की आवाजाही पर ब्रेक लगी रही। उधर, जिला सिरमौर की उपतहसील पझौता के दुर्गम क्षेत्र टालीभुज्जल पंचायत के नौहरा खड्ड के साथ भारी भूस्खलन होने से एक रिहायशी दो मंजिला मकान सहित तीन वाहन भूस्खलन की चपेट में आ गए। दोनों स्थानों पर भूस्खलन होने से कुछ समय के लिए यातायात भी प्रभावित हुआ। वहीं, प्रदेशभर में अभी भी बारिश और भूस्खलन से बंद 53 सड़कों पर आवाजाही बहाल नहीं हो पाई है।
राजधानी शिमला सहित प्रदेश के सभी क्षेत्रों में सोमवार को मौसम साफ रहा। धूप खिली रहने से अधिकतम तापमान में रविवार के मुकाबले दो से तीन डिग्री की बढ़ोतरी दर्ज हुई। मंगलवार को भी मौसम साफ बना रहने का पूर्वानुमान है। 18 सितंबर को कई क्षेत्रों में बारिश का येलो अलर्ट जारी हुआ है। 19 से 22 सितंबर तक हल्की बारिश के आसार जताए गए हैं। उधर, रविवार रात को बिलासपुर में 100, कुफरी में 35, कसौली में 28, चंबा में 11, सुंदरनगर में 13, धर्मशाला में 6 और शिमला में एक मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई। रविवार रात को शिमला में न्यूनतम तापमान 14.5, धर्मशाला में 16.0, ऊना में 19.5, नाहन में 21.1, सोलन में 17.5, मनाली में 12.9, कांगड़ा में 18.9, मंडी में 19.0, बिलासपुर में 19.4 और चंबा में 16.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ।
इसी माह के अंत तक विदा हो जाएगा मानसून
इसी माह के अंत तक प्रदेश से दक्षिण पश्चिम मानसून के विदा होने की संभावना जताई गई है। सोमवार को प्रदेश के सभी क्षेत्रों में कई दिनों बाद दिन भर धूप खिली। बारिश और चोटियों पर हुई बर्फबारी से बढ़ी ठंडक में सोमवार को कुछ कमी दर्ज हुई। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने आने वाले दिनों के दौरान बारिश में कमी आने के आसार जताए हैं।
सितंबर में सामान्य से 20 फीसदी अधिक बारिश हुई दर्ज
प्रदेश में एक से 16 सितंबर तक सामान्य से 20 फीसदी अधिक बारिश दर्ज की गई। इस अवधि में 78.3 मिलीमीटर बारिश को सामान्य माना गया है। इस वर्ष सितंबर में अभी तक 93.7 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई। चंबा, लाहौल-स्पीति और ऊना जिला में सामान्य से कम बादल बरसे। हमीरपुर में सामान्य बारिश दर्ज हुई। शेष जिलों शिमला, कांगड़ा, मंडी, किन्नौर, बिलासपुर, सोलन, सिरमौर और कुल्लू में सामान्य से अधिक बारिश हुई। उधर, मानसून सीजन के दौरान अभी भी सामान्य से 18 फीसदी कम बादल बरसे हैं। 27 जून को प्रदेश में मानसून ने प्रवेश किया था। 27 जून से 16 सितंबर तक प्रदेश में 567 मिलीमीटर हुई है। इस अवधि में 692 मिलीमीटर बारिश को सामान्य माना गया है