मूसलाधार बारिश से हिमाचल प्रदेश की राजधानी में 40 से ज्यादा मकानों को खतरा हो गया है। भारी बारिश के बीच बुधवार को इन मकानों को खाली करवा दिया गया। इनमें रह रहे 50 से ज्यादा परिवार बेघर हो गए हैं। शहर के अनाडेल वार्ड में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। पुलिस लाइन कैथू में भूस्खलन होने और नाले का बहाव मुड़ने से निचली ओर बनी अनाडेल की लंबी लाइन रिहायशी काॅलोनी खतरे की जद में आ गई है। यहां करीब 25 मकानों को खाली करवा दिया है।इन मकानों में मलबा और पानी घुसने से नुकसान भी हुआ है। वार्ड पार्षद उर्मिला कश्यप के अनुसार सभी प्रभावित परिवारों को अनाडेल स्कूल में ठहराया है। कहा कि नाले का बहाव काॅलोनी के बीच से होने से घरों को खतरा पैदा हुआ है। लोगों ने खुद बारिश के बीच इस नाले का बहाव दूसरी ओर मोड़ दिया लेकिन खतरा अभी बरकरार है। कृष्णानगर के लालपानी में भूस्खलन होने से दो और मकानों को खाली करवाया है। पार्षद बिट्टू कुमार के अनुसार श्मशानघाट सड़क कश्पास समीप यह भूस्खलन हुआ है। समिट्री में भी भूस्खलन से दो मकानों में मलबा घुस गया है।विकासनगर के विजयनगर में भूस्खलन से चार मंजिला भवन की निचली दो मंजिलें मलबे में दब गई हैं। पार्षद रचना भारद्वाज के अनुसार तड़के सुबह करीब 3:30 बजे भारी बारिश के कारण एनएच का सारा पानी इस इलाके में पहुंच गया। इससे यहां भूस्खलन हो गया। मलबे से भवन की दो मंजिलें दब गईं। इनमें रह रहे किरायेदारों को खिड़की तोड़कर बाहर निकाला गया। इन्हें शिफ्ट कर दिया है। यहां सड़क किनारे काटा गया पेड़ मलबे के साथ इस भवन में घुस गया। पार्षद के अनुसार वार्ड के सूर्यनगर में भी अनंतराम का दो मंजिला धंस गया है। इसे खाली करवा दिया है। देवनगर में भी घरों में पानी और मलबा घुसा है। कहा कि यदि एनएच का ड्रेनेज सही होता तो विकासनगर में करोड़ों का नुकसान न होता।शिमला। भारी बारिश से लोअर समरहिल में नीचे की ओर बनीं दुकानों को खतरा पैदा हो गया है। तीन मंजिला मकान में बनीं इन दुकानों में दरारें आ गई हैं। वहीं हिमाचल विवि शिक्षक काॅलोनी की सड़क की जमीन एक ओर से धंस गई है। इससे वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई है। दुकानदार रमन वर्मा, संदीप कुमार ने कहा कि उन्होंने जमीन धंसने के कारण आई दरारों को देखते हुए दुकानों को बंद रखा है। आरोप लगाया कि विवि के मॉडल स्कूल निर्माण का सारा मलबा और पानी लोअर समरहिल बाजार की ओर आ रहा है। इससे काॅलोनी की सड़क को नुकसान पहुंच रहा है। उन्होंने विवि और नगर निगम प्रशासन से मांग की है कि समरहिल चौक तथा परिसर की ओर से आने वाले बारिश के पानी की उचित निकासी की व्यवस्था करने की मांग की है।