हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के आनी विधानसभा क्षेत्र के बागा सराहन में देश-विदेश से घूमने आने वाले सैलानी जल्द ही हवा में उड़ान भर सकेंगे। बुधवार को बागा सराहन के बश्लेऊ जोत और मरोल से पैराग्लाइडिंग के तीन ट्रायल हुए। 800 और 300 मीटर की ऊंचाई से उड़ान भरने के बाद पैराग्लाइडर पायलटों ने बागा सराहन में सफल लैंडिंग की। ट्रायल सफल रहने के बाद अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान मनाली के तकनीकी विंग से यहां पैराग्लाइडिंग को हरी झंडी दे दी है। संस्थान से हरी झंडी मिलने के बाद यहां पर बड़े स्तर पर भी पैराग्लाइडिंग इवेंट करवाए जा सकेंगे। इससे जहां यहां के पर्यटन को पंख लगेंगे, बल्कि स्थानीय युवाओं के लिए भी रोजगार के दरवाजे खुलेंगे।
कुल्लू-मनाली के बाद बनेगा विकल्प
कुल्लू जिले में कुल्लू, मनाली के बाद अब बागा सराहन साहसिक खेलों के लिए सैलानियों की पंसद बन सकेगा। अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान मनाली के पैराग्लाइडिंग विंग के प्रशिक्षक गिमनर सिंह की अगुवाई में बश्लेऊ जोत से उड़ानें बागा सराहन के लिए भरी गईं, जो पूरी तरह से कामयाब रही हैं। गिमनर ने बताया कि उड़ानों के लिए बश्लेऊ जोत और मरोल का चयन किया है। बश्लेऊ जोत से हाई फ्लाइंग, मरोल से कमर्शियल उड़ानें भरी जाएंगी। ट्रायल सफल होने की रिपोर्ट फाइनल एनओसी के लिए पर्यटन विभाग के पास भेजी जाएगी।
पर्यटकों के लिए और भी हैं यहां सुविधाएं
बागा सराहन को पर्यटकों के लिए और सुविधाओं से लैस किया जा रहा है। यहां पर्यटकों के मनोरंजन के लिए पार्क बनाए जा रहे हैं। वहीं, गर्मी के मौसम में यहां कृत्रिम झीलों का निर्माण कर इसमें वोट चलाई जाएंगी, ताकि यहां आने वाले पर्यटक यहां की सुंदर वादियों के दीदार के साथ यहां भरपूर मनोरंजन भी कर सकें।