हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले का ‘कालापानी’ कहे जाने वाले डोडरा क्वार क्षेत्र में आज मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू जनता का सुख-दुख जानेंगे। डोडरा क्वार एक ऐसी जगह है, जिसके नाम का सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को खौफ सताता रहा है। पहले अपने मनोनुकूल न चलने वाले सरकारी मुलाजिमों को डराने के लिए भी कुछ नेताओं की चेतावनी रहती थी कि डोडरा क्वार तबादला कर देंगे। डोडरा क्वार के लिए तबादला यानी काला पानी की सजा। आज भी यह डर कम नहीं है। देश को आजाद हुए 77 साल हो गए हैं, लेकिन आज भी यह क्षेत्र मुख्यधारा में उस तरह से शामिल नहीं है, जैसा कि दुनिया में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के अति विकास के बाद उम्मीद की जा सकती है।
मुख्य सड़क का काफी भाग कच्चा
यहां के लिए मुख्य सड़क का काफी भाग कच्चा है और स्वाभाविक रूप से संपर्क सड़कें भी ऐसी ही हैं। पहले डोडरा आता है और उसके बाद क्वार। क्वार में उपमंडल कार्यालय भी है। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू इसी क्वार में शनिवार का दिन और रात गुजारेंगे। लोग उनसे अपने सुख-दुख साझा करेंगे। इस पहल के लिए सीएम ने खुद शिमला का यह दुर्गम क्षेत्र चुना है। सरकार यहां लोगों की समस्याएं सुनेगी और उनका निपटारा करेगी। शुरुआत शनिवार को मुख्यमंत्री कर रहे हैं। उन्होंने अपने मंत्रियों को भी निर्देश दिए हैं कि वे भी इसी तरह से लोगों के बीच जाएं और उनका दुख-दर्द जानें।
200 किलोमीटर दूर है शिमला से क्वार
राजधानी शिमला से क्वार करीब 200 किलोमीटर की दूरी पर है। रूपिन खड्ड डोडरा और क्वार को दो भागों में बांटती है। ये गांव आरपार समुद्र तल से करीब 2,500 मीटर की ऊंचाई पर हैं। वर्ष 2009 तक ही यह क्षेत्र वाहन योग्य सड़क से जुड़ पाया। उससे पहले रोहड़ू से डोडरा और क्वार पहुंचने में एक से दो दिन लग जाते हैं। लोगों का खाने-पीने से लेकर अन्य सामान पीठ पर या खच्चरों पर जाता था।
स्थानीय लोगों के साथ रात्रि भोज करेंगे मुख्यमंत्री
स्थानीय लोगों के साथ मुख्यमंत्री रात्रि भोज करेंगे। क्वार में ही मुख्यमंत्री का रात्रि ठहराव होगा। सरकार आपके द्वार योजना में स्थानीय लोगों के बीच रहकर मुख्यमंत्री उनकी समस्याओं को जानेंगे। मुख्यमंत्री चैधार मैदान में गसांगो से जिसकुन तक संपर्क सड़क का उद्घाटन करेंगे। डोडरा से चमधार तक सड़क और गांव पुजारली (डोडरा क्वार) से टाल पुल होते हुए उत्तराखंड सीमा तक संपर्क मार्ग का शिलान्यास करेंगे। वह लाभार्थियों को इंदिरा गांधी प्यारी बहना सम्मान निधि में 1500-1500 रुपये भी वितरित करेंगे।