मार्च में होने वाली हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की वार्षिक परीक्षाओं में स्टेप वाइज मार्किंग के तहत विद्यार्थियों को अंक दिए जाएंगे। इसके चलते निबंध लेखन, प्रार्थना पत्र और अन्य प्रश्नों के उत्तर देने के लिए शिक्षा बोर्ड ने कुछ मानक तय किए हैं। इनके अनुरूप ही वार्षिक परीक्षा की उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन के दौरान विद्यार्थियों को अंक मिलेंगे। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड मार्च 2025 में होने वाली वार्षिक परीक्षाओं के दौरान प्रश्नपत्रों के पैटर्न में बदलाव करेगा। इसके अलावा स्टेप वाइज मार्किंग भी शुरू करेगा। इसके चलते निबंध लेखन को पांच अलग-अलग बिंदुओं में विभाजित किया है।
निबंध लिखने के दौरान अभ्यर्थियों को उसकी भूमिका, मनाने के कारण, संदेश, सुझाव और उसका निष्कर्ष तक लिखना होगा। ऐसे में इन पांच बिंदुओं पर एक निबंध तैयार होगा। हर बिंदु के अभ्यर्थी को दो-दो अंक दिए जांएगे। इसी तर्ज पर किसी भी प्रार्थना पत्र को लिखने के दौरान अभिवादन, प्रशस्ति और समाप्ति को शामिल किया है। एक सही अभिवादन और समाप्ति के विद्यार्थियों को डेढ़-डेढ़ अंक दिए जाएंगे, जबकि उसकी प्रशस्ति के तीन अंक मिलेंगे।
यह होगा फायदा
शिक्षा बोर्ड की ओर से स्टैप वाइज मार्किंग शुरू किए जाने से उन विद्यार्थियों को लाभ होगा, जिन्हें प्रश्न का पूरा उत्तर नहीं आता था। ऐसे में भी निबंध के दौरान जहां पूछे गए संबंधित बिंदुओं के बारे में लिख कर भी अंक जुटा सकते हैं। प्रार्थना पत्र के दौरान भी उन्हें अभिवादन और समाप्ति के ही तीन अंक हासिल हो सकेंगे, जबकि प्रशस्ति लिखने पर उन्हें उसके पूरे अंक मिलेंगे।
स्कूल शिक्षा बोर्ड ने मार्च, 2025 में होने वाली वार्षिक परीक्षाओं के दौरान प्रश्न पत्रों के पैटर्न में बदलाव किया है। इसके अलावा स्टैप वाइज मार्किंग को भी शुरू किया जा रहा है। किस प्रश्न के उत्तर के किस प्रकार से अंक देने हैं, उस बारे में उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करने वाले शिक्षक को प्रशिक्षण दिया गया है।