हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा मोचन बल के 30 जवानों ने नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग, उत्तरकाशी में स्पेशल बेसिक माउंटेनियरिंग कोर्स सफलतापूर्वक पूरा किया। यह इंस्टीट्यूट रक्षा मंत्रालय के अधीन है। इसमें प्रशिक्षक भी भारतीय सेना के अधिकारी होते हैं।
एसडीआरएफ की कांगड़ा और मंडी के 30 जवानों ने 28 दिवसीय गहन प्रशिक्षण के दौरान रॉक शिल्प, बर्फ शिल्प, बर्फ शिल्प, मैप रीडिंग, प्राथमिक चिकित्सा और आवश्यक उत्तरजीविता तकनीकों में अपने कौशल को निखारने बारे बताया गया। प्रशिक्षण के दौरान एसडीआरएफ जवानों ने उच्च ऊंचाई वाले इलाकों में वास्तविक दुनिया की चुनौतियों के लिए खुद को तैयार किया।
एसडीआरएफ (राज्य आपदा मोचन बल) यह प्राकृतिक और मानव निर्मित आपदाओं में राहत और बचाव का काम करता है। एसडीआरएफ कांगड़ा कंपनी के कांस्टेबल शशि पाल को सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षु चुना गया। गुरुवार को शिविर के समापन अवसर पर हिमाचल प्रदेश एसडीआरएफ के पुलिस अधीक्षक अर्जित सेन ठाकुर विशेष तौर पर उपस्थित रहे।