रक्कड़ काॅलोनी के निजी अस्पताल में ऑपरेशन के दौरान महिला की मौ,त, परिजनों की शिकायत पर मामला दर्ज

woman died during an operation in a private hospital in Rakkad Colony, her family members created a ruckus

हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला मुख्यालय की रक्कड़ काॅलोनी के निजी अस्पताल में मंगलवार देर रात पंजाब की एक महिला की ऑपरेशन के दौरान मौत हो गई। रसौली का ऑपरेशन करवाने आई महिला की अचानक मौत होने पर देर रात परिजनों ने जमकर हंगामा किया। परिजनों ने क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में तैनात स्त्री रोग विशेषज्ञ स्विंकी जैन पर गंभीर आरोप लगाए। शिकायत पर पुलिस ने महिला चिकित्सक समेत अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ लापरवाही का केस दर्ज कर लिया है। दूसरी ओर क्षेत्रीय अस्पताल ने चिकित्सक को निलंबित कर विभागीय जांच बिठा दी है। मृतक की पहचान पंजाब की नंगल तहसील के मजारी गांव की जसविंद्र कौर (52) के रूप में हुई है। जनकप्रीत कौर ने पुलिस को बताया कि सोमवार को उनकी माता जसविंद्र कौर इलाज के लिए ऊना सरकारी अस्पताल गई। जांच में पता चला कि उन्हें रसौली है और ऑपरेशन होगा

उन्होंने आरोप लगाया कि डॉक्टर स्विंकी जैन ने कहा कि ऑपरेशन बाहर किसी निजी अस्पताल में करवा देंगे। इसके लिए उन्हें केवल 25,000 रुपये देने होंगे। जनकप्रीत ने बताया कि मंगलवार को वह माता को लेकर सरकारी अस्पताल ऊना गए। दोपहर करीब 12:30 बजे डॉक्टर स्विंकी ने उन्हें रक्कड़ काॅलोनी में स्थित ग्रेस अस्पताल जाने को कहा। वहां जाने पर उनसे 26,400 रुपये लिए गए। पैसे जमा करवाने के बाद निजी अस्पताल का स्टाफ उनकी माता को ओटी में ले गए। शाम चार बजे सरकारी अस्पताल की डॉक्टर स्विंंकी खुद निजी अस्पताल पहुंची और सीधे ओटी में चली गईं।

कुछ समय बाद अस्पताल का सारा स्टाफ इधर-उधर भागने लगा। उन्हें शक हुआ कि कुछ गलत हुआ। जब चाचा गुरचरण सिंह ने ओटी में जाकर जाकर देखा तो उनकी माता बैड पर मृत पड़ी थी। उनका आरोप है कि माता की मौत सरकारी अस्पताल की डॉ. स्विंकी जैन और ग्रेस अस्पताल के डॉक्टरों की लापरवाही के कारण हुई है। मोहिंदर ने बताया कि उनकी पत्नी बिल्कुल ठीक हालत में रसौली का ऑपरेशन करवाने आई थी। सरकारी अस्पताल की महिला चिकित्सक और निजी अस्पताल की लापरवाही के कारण पत्नी की मौत हो गई।

निजी अस्पताल के निदेशक ने कहा कि ऑपरेशन के बाद ज्यादा ब्लीडिंग होने और बीपी में गड़बड़ी के कारण महिला की मौत हो गई। पुलिस अधीक्षक राकेश सिंह ने बताया कि महिला का शव पोस्टमार्टम के लिए टांडा मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा गया है। सरकारी अस्पताल की महिला डॉक्टर व निजी अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ लापरवाही का केस दर्ज कर लिया है।

महिला मौत मामले में क्षेत्रीय अस्पताल प्रबंधन का बयान
सरकारी संस्थान में तैनात चिकित्सक किसी निजी अस्पताल में सेवाएं नहीं दे सकता। आरोपी चिकित्सक को निलंबित कर दिया है। जांच के लिए तीन डॉक्टरों की कमेटी गठित की है। जब तक मामले की जांच पूरी नहीं होगी, आरोपी चिकित्सक निलंबित रहेंगी

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