शिमला जिले के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में मंगलवार को दूसरे दिन भी बर्फबारी का दौर जारी रहा। इस वजह से अपर शिमला के लिए वाहनों की आवाजाही नहीं हो पाई। शिमला-रामपुर हाईवे समेत 141 सड़कें अवरुद्ध हैं। ढली से आगे सिर्फ फोर बाई फोर वाहनों को ही जाने की अनुमति है। वहीं दोपहर के समय कुफरी में प्रशासन ने बर्फ को हटा दिया था लेकिन दोबारा बर्फ शुरू होने से शिमला-रामपुर नेशनल हाईवे पर एक बार फिर वाहनों की आवाजाही अवरुद्ध हो गई। इस वजह से मंगलवार को एचआरटीसी के करीब 102 रूट फेल हुए हैं।
बर्फबारी को देखते हुए एचआरटीसी ने अपर शिमला के लिए किसी भी रूट पर बसों को नहीं भेजा। जिले के मशोबरा, फागू, कुफरी, नारकंडा, खड़ापत्थर और खिड़की क्षेत्र में मंगलवार को भी रुक-रुककर बर्फबारी होती रही। मंगलवार को लोकल डिपो के 15 रूट प्रभावित हुए हैं वहीं तारादेवी डिपो के 72 रूटों पर बसें नहीं चल पाईं। इसमें ठियोग और कोटखाई क्षेत्र भी शामिल है। इसके अलावा नेरवा डिपो में 30 रूटों पर बसों की आवाजाही थमी रही। तीन बसें अभी भी बर्फ में फंसी हैं। हालांकि सोमवार को बर्फबारी के कारण फंसीं एचआरटीसी की 8 बसें मंगलवार को शिमला पहुंच गई हैं। यह बसें नारकंडा, खड़ापत्थर और फागू क्षेत्र में फंसी थीं।
निगम के मुताबिक बुधवार को भी बर्फबारी और सड़कों पर फिसलन को देखते हुए सुबह के समय बसों की आवाजाही नहीं हो पाएगी। तारादेवी डिपो के क्षेत्रीय प्रबंधक पंकज ठाकुर ने बताया कि अपर शिमला में बर्फबारी के कारण बसों के रूट प्रभावित हुए हैं। वहीं पर्यटक स्थल कुफरी और फागू क्षेत्र में बर्फबारी के कारण सड़कों पर फिसलन के चलते पुलिस ने ढली में बैरिकेडिंग कर दी है। यहां से आगे सिर्फ फोर बाई फोर वाहनों को ही जाने की अनुमति है। इससे आगे सैलानियों को जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है। सैलानी से यहां किराये पर फोर बाई फोर वाहन लेकर कुफरी जा सकते हैं।
सोमवार को देश-विदेश से आने वाले सैकड़ों सैलानी बर्फबारी के बीच फंस गए थे। मंगलवार को भी कुफरी में बर्फबारी का दौर जारी रहा जिस वजह से मार्ग पर वाहनों की आवाजाही नहीं हो पा रही थी। सड़क पर अधिक फिसलन होने के कारण हादसे का खतरा बना रहता है। दूसरे राज्यों से आने वाले सैलानियों को बर्फ के ऊपर वाहन चलाने का अधिक अनुभव नहीं होता है और वह हादसे का शिकार हो जाते हैं। इस दौरान स्थानीय लोगों और होटल कारोबारी जिनके पास फोर बाई फोर वाहन थे, उन्हें जाने दिया जा रहा था।
कहां कितनी सड़कें अवरुद्ध
बर्फबारी के कारण शिमला-रामपुर नेशनल हाईवे समेत 141 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही अवरुद्ध रही। नेशनल हाईवे कुफरी और नारकंडा में बर्फबारी के कारण अवरुद्ध है। सबसे अधिक रोहड़ू उपमंडल के तहत 74 सडकें अवरुद्ध हैं। कोटखाई उपमंडल में 13, जुब्बल में 13, रामपुर में 12, डोडरा क्वार में 7, कुमारसैन में 6, कुपवी में 5, ठियोग में 4 सड़कें बंद हैं। शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में सभी सड़कों पर वाहन चल रहे हैं।
कुफरी-फागू में रात को कई घंटे फंसे रहे 1500 सैलानी
शिमला जिले में सीजन की दूसरी बर्फबारी के कारण कुफरी, फागू और छराबड़ा के बीच फंसें 15 सौ सैलानियों को पुलिस ने रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। यह अभियान एएसपी रतन सिंह नेगी की अगुवाई में सोमवार देर रात 12:00 बजे तक चला। इस दौरान जगह-जगह बर्फ के बीच फंसे 15,00 के करीब सैलानियों को सुरक्षित शिमला पहुंचाया गया। इसमें देश-विदेश के सैलानी और छोटे बच्चे शामिल थे।
सोमवार को सुबह के समय खराब मौसम को देखते हुए बड़ी संख्या में सैलानी फागू, कुफरी और महासू पीक पहुंच गए थे। इस दौरान बर्फबारी शुरू होने पर सैलानियों ने बर्फबारी का खूब लुत्फ उठाया लेकिन कुछ घंटों के बाद सड़क पर बर्फ जम गई। इससे सैलानियों की गाड़ियां जगह-जगह फिसलन के चलते फंस गईं। इस कारण सैलानी ठंड से ठिठुरने लगे। इसमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। सूचना मिलते ही शिमला पुलिस की टीम एएसपी की अगुवाई में मौके लिए रवाना हुई। सड़क पर फंसे वाहनों को निकालने का अभियान शुरू किया गया। इसमें लोक निर्माण विभाग की टीमों ने भी अहम भूमिका निभाई। पुलिस ने आधी रात तक बचाव अभियान चलाया और करीब 300 गाड़ियों को भी निकाला।