सरकार प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से दिल्ली के लिए परिवहन सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए 30 इलेक्ट्रिक सुपर लग्जरी बसों की खरीद करने जा रही है। इसको देखते हुए एचआरटीसी ने इन बसों को बीच रास्ते में चार्जिंग की सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसके तहत हरियाणा और दिल्ली में चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने के लिए पर्यटन और रोडवेज की जमीन चिह्नित की जा रही है। इसके लिए एक टीम का गठन भी किया गया है। यह टीम जगह-जगह जाकर जमीन तलाशने का काम कर रही है। एचआरटीसी शिमला, धर्मशाला, मनाली और रिवाल्सर समेत कई क्षेत्रों से दिल्ली के लिए बस सुविधा उपलब्ध करवाती है। इन रूट पर लोगों को आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए सुपर लग्जरी बसें खरीद की प्रक्रिया चल रही है।
एक बार चार्जिंग करने पर यह बसें करीब 200 किलोमीटर का सफर तय करती है लेकिन इन रूटों की दूसरी इससे अधिक है। इस वजह से बसों को बीच रास्ते में चार्ज करने की जरूरत पड़ेगी। इसको देखते हुए एचआरटीसी बसों की खरीद से पहले ही इन चार्जिंग स्टेशन को तैयार करने में जुट गया है। दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के कारण सरकार ने इलेक्टि्रक, सीएनजी और बीएस-6 बसों के प्रवेश को ही मान्य किया है। इस वजह से एचआरटीसी की दिल्ली के लिए चलने वाली 29 में से 13 वोल्वो बसें बंद हो गई थी। इसको देखते हुए सरकार अब आधुनिक सुविधाओं से लैस सुपर लग्जरी इलेक्टि्क बसों की खरीद करने जा रहा है।
आधुनिक चार्जर से 40 मिनट में चार्ज होगी बैटरी
एचआरटीसी के मुताबिक आधुनिक चार्जर की मदद से अब महज 40 मिनट में बस की बैटरी को चार्ज किया जा सकता है। इन्ही आधुनिक चार्जर को इन स्टेशनों पर स्थापित किया जाएगा। ऐसे में जब इन बसों को चार्जिंग के लिए जब रोका जाएगा तो इस दौरान सवारियां नजदीकी ढाबों और होटल में खाना खा सकेंगी। इससे सफर में बैटरी चार्जिंग के लिए अतिरिक्त समय भी नहीं लगेगा। निगम हरियाणा और दिल्ली में इन स्टेशनों को स्थापित करने के लिए जमीन लीज पर लेने की योजना बना रहा है। निगम के मुताबिक सरकार की खरीद प्रक्रिया पूरी होने के साथ ही स्टेशन को भी स्थापित कर दिया जाएगा। इससे खरीद के साथ ही इन रूटों पर लोगों को आधुनिक बसों की सुविधा मिल सकेगी।
2700 ई-बसें खरीदने के लिए केंद्र से बजट मांगेंगे मुकेश
हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) की 2700 डीजल बसों को ई-बसों में बदलने के लिए उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री केंद्र सरकार से बजट की मांग करेंगे। पर्यावरण सरंक्षण के लिए प्रदेश सरकार ने निगम की सभी डीजल बसों को ई-बसों में बदलने का फैसला लिया है। राज्यों के परिवहन मंत्रियों की केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के साथ बैठक में मुकेश अग्निहोत्री हिमाचल का प्रतिनिधित्व करेंगे। 7 जनवरी को यह बैठक भारत मंडपम नई दिल्ली में आयोजित होगी। मुकेश अग्निहोत्री बैठक के लिए आज दिल्ली रवाना हो जाएंगे। वर्तमान में परिवहन निगम के पास करीब 3180 बसें हैं। मौजूदा समय में निगम के पास 90 ई-बसें है। एचआरटीसी ने 327 ई-बसों की खरीद के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है।
इसी साल 327 बसें निगम के बेड़े में शामिल हो जाएंगी। अगले चरण में बाकी 2700 बसों को ई-बसों में बदलना प्रस्तावित है। इलेक्ट्रिक यात्री वाहनों को प्रोत्साहन देने के लिए केंद्र सरकार पीएम ई-बस सेवा भुगतान सुरक्षा तंत्र (पीएसएम) योजना के तहत वित्तीय मदद दे रही है। 28 अक्तूबर 2024 को अधिसूचित इस योजना के तहत देश में 38,000 से अधिक इलेक्ट्रिक बसों का संचालन करना है। मुकेश अग्निहोत्री इस योजना के तहत हिमाचल में ई-बस के संचालन के लिए बजट की मांग उठाएंगे। इसके अलावा बैठक के एजेंडे में पुराने वाहनों को स्क्रैप करने और कचरा ठिकाने लगाने की व्यवस्था, दुर्घटना संभावित ब्लैक स्पॉट को खत्म करने की दिशा में कार्य और दुर्घटनाओं के शिकार लोगों का निशुल्क इलाज भी शामिल है। सोमवार को केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के सचिव के साथ बैठक होगी। इसमें अतिरिक्त मुख्य सचिव परिवहन आरडी नजीम भाग लेंगे।