भाई संग खो-खो खेलते शुरू हुआ नीता का स्वर्णिम सफर, कुल्लू पहुंचने पर हुआ भव्य स्वागत

Nita thakur golden journey started by playing Kho-Kho with her brother, she was given a grand welcome on reach

खो-खो वर्ल्ड कप जीतकर भारत और प्रदेश का नाम रोशन करने वाली कुल्लू जिले की खिलाड़ी नीता राणा ने विपरीत परिस्थितियों में बड़ा नाम कमाया है। किसान की बेटी ने भारतीय टीम का हिस्सा बनकर पदक जीत नया मुकाम हासिल किया है। सुंदरनगर पहुंची कुल्लू के बियउंग गांव निवासी नीता राणा ने कहा कि उन्होंने चौथी कक्षा से अपने भाई को खो-खो खेलते हुए देखा। उसी के साथ खो-खो खेलना शुरू किया। बस यहीं से खो-खो खेलने का सफर शुरू हो गया। 2014 में दसवीं में पढ़ते हुए पहला नेशनल खेला। इसके बाद 2016 में 12वीं कक्षा में पढ़ते हुए एक बार फिर खो-खो का नेशनल खेलने गईं। इसके बाद 2016 से 2019 तक पंजाब विश्वविद्यालय में बीए की पढ़ाई की। इस दौरान भी खो-खो की कई प्रतियोगिताओं में भाग लिया। इसके बाद भी खेल का दौर चलता रहा।

खो-खो में सुविधाओं की दरकार
उन्होंने अपने संदेश में कहा कि खो-खो का खेल हिमाचली बच्चों के लिए एक सुनहरा भविष्य है। अगर सरकार और खेल विभाग अच्छे कोच, अच्छा मैदान और अच्छी सुविधा देती है तो हिमाचल में भी खो-खो के अच्छे खिलाड़ी निकल सकते हैं। वहीं नीता ठाकुर का मंगलवार जिला मुख्यालय कुल्लू में स्वागत किया गया। नगर परिषद कुल्लू के द्वार पर नीता ठाकुर के स्वागत में सुबह से ही लोगों की भीड़ लगना शुरू हो गई थी। यहां पर फूल-मालाओं के साथनीता ठाकुर का स्वागत किया जाएगा।

राष्ट्रीय खेलों में हिमाचल का जलवा, कबड्डी चैंपियन बनीं बेटियों का धर्मशाला में हुआ जोरदार स्वागत
 उत्तराखंड में चल रहे 38वें राष्ट्रीय खेलों में हिमाचल के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया है। प्रदेश की कबड्डी टीम ने स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया, जबकि वुशु में दो कांस्य पदक प्रदेश की झोली में आए हैं। हालांकि हिमाचल की वॉलीबाल, साइकिलिंग और तीरंदाजी टीमें प्रतियोगिता से बाहर हो गई हैं। हिमाचल प्रदेश ओलंपिक संघ के महासचिव रजत भंडारी ने बताया कि राष्ट्रीय खेलों में हिमाचल के प्रदर्शन को लेकर पूरे प्रदेश में उत्साह का माहौल है। खेल प्रेमी, कोच और खेल संघों के अधिकारी खिलाड़ियों का हौसला बढ़ा रहे हैं। प्रदेश सरकार भी खिलाड़ियों की उपलब्धियों पर गर्व महसूस कर रही है। उन्हें हरसंभव समर्थन देने का आश्वासन दे रही है। अब सभी की निगाहें आगामी स्पर्धाओं पर हैं। प्रदेश की कबड्डी टीम ने फाइनल में शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक जीता। खिलाड़ियों ने पूरे टूर्नामेंट में बेहतरीन तालमेल और दमदार खेल दिखाया। यह प्रदेश के लिए गर्व का क्षण है। यह जीत हिमाचल के खेल इतिहास में महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में दर्ज होगी। वहीं राष्ट्रीय खेलों में तीसरी बार कबड्डी चैंपियन बनी हिमाचल महिला टीम की चार खिलाड़ियों ज्योति, चंपा, भावना और अंशुल का धर्मशाला में भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान डीसी कांगड़ा ने सभी खिलाड़ियों का हार पहनकर स्वागत किया। 

छठे दिन इन खिलाड़ियों पर रहेगी नजर
राष्ट्रीय खेलों के छठे दिन हिमाचल प्रदेश को शूटिंग में सूर्या प्रकाश से पदक की उम्मीदें हैं। वह प्रदेश के बेहतरीन निशानेबाजों में से एक हैं। उनकी मौजूदा फॉर्म को देखते हुए उनसे स्वर्ण पदक की उम्मीद है। इसके अलावा बॉक्सिंग के 6 क्वार्टर फाइनल मुकाबले खेले जाएंगे। जूडो, हैंडबाल, नेटबाल और कुश्ती में भी हिमाचल के खिलाड़ी पदकों के लिए चुनौती पेश करेंगे। इन खेलों में प्रदेश के एथलीटों का अब तक का प्रदर्शन शानदार रहा है और आगामी मुकाबलों में भी उनसे बेहतरीन प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है।  

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