
अमेरिका से वापस पहुंचे सिरमौर के गुमटी गांव के युवक रितेश के परिजन एजेंट के खिलाफ पुलिस में ठगी का मामला दर्ज करवाएंगे। सोमवार को रितेश घर पहुंचा। सकुशल पहुंचने पर परिजनों ने राहत की सांस ली। अमेरिका से अवैध प्रवासियों को लेकर अमेरिकी सेना का विमान रविवार को अमृतसर के गुरु रामदास अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचा था। 19 साल का युवक रितेश भी इनमें शामिल रहा। रितेश हवाई अड्डे से रोपड़ (पंजाब) में अपने किसी रिश्तेदार के घर चला गया। सोमवार को वह घर वापस पहुंचा। एजेंट ने रितेश को मुंबई में दवा कंपनी में नौकरी देने का झांसा देकर अमेरिका पहुंचाया।
अमेरिका पहुंचाने से पहले कई देशों में ले जाया गया और यहां पर रितेश को टाॅर्चर कर घरवालों से पैसों की मांग की गई। घरवालों ने बेटे के लिए किस्तों में 45 लाख रुपये की राशि गंवा दी। हैरानी की बात यह रही कि यह सारा पैसा नकद लिया गया। जिसे परिजनों ने नारायणगढ़ में एजेंट की बताई जगह सौंपा। पिता शमशेर सिंह ने बताया कि सोमवार को बेटा सकुशल घर लौट आया है। उन्होंने कहा कि एजेंट के खिलाफ वह पुलिस में शिकायत देंगे। रितेश के पिता सरकारी स्कूल में शिक्षक, मां पंचायत सचिव और भाई पुलिस विभाग में सेवाएं दे रहा है।
पिता ने लगाए हैं ये आरोप
रितेश के पिता ने आरोप लगाए हैं कि एजेंट उनके संपर्क में आया और बेटे को मुंबई में अमेरिका की एक दवा कंपनी में नौकरी लगवाने की बात कही। उसने कहा कि जमा दो मेडिकल पास कर चुके युवाओं की तलाश है। यह भी कहा कि कुछ समय के बाद उसे अमेरिका भी भेजा जाएगा। इसके बाद परिजनों ने एजेंट के कहने पर रितेश को 23 अगस्त 2024 को मुंबई में दवा कंपनी में नौकरी के लिए भेज दिया। पिता शमशेर सिंह ने बताया कि इसके बाद उसके बेटे को अलग-अलग देशों में ले जाया गया और उसे टॉर्चर किया, कई बार भूखा भी रखा गया। वहां से पैसों की मांग की जाती रही। उन्होंने बताया कि कुल 45 लाख रूपये खर्च किए। उन्होंने बताया कि इस 25 जनवरी को उनका बेटा अमेरिका में दाखिल हुआ। यहां पर उसे सीबीपी ने अपनी कस्टडी में ले लिया। इसके बाद उसकी घर वापसी हुई।