
हमीरपुर जिले के सरकारी और निजी स्कूलों में जादू शो दिखाने के आदेशों के संदर्भ में शिक्षा निदेशालय की ओर से प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक हमीरपुर से जवाब तलब किया गया है। बीते मंगलवार से सोशल मीडिया पर हो रही वायरल हो रही चिट्ठी के आधार पर उपनिदेशक से स्पष्टीकरण मांगा गया है। वहीं मामले के चर्चा में आने के बाद प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक कार्यालय की ओर इन आदेशों को वापस ले लिया गया है।
प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक हमीरपुर ने 11 मार्च को जिलाभर के निजी और सरकारी स्कूलों में जादू शो दिखाने और शो के दौरान होने वाली आय का 30 फीसदी भाग मुख्यमंत्री राहत कोष में देने के लिए स्कूलों को निर्देश जारी किए थे। जिसके उपरांत चिट्ठी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक की ओर से चिट्ठी की प्रतिलिपि उपायुक्त कार्यालय हमीरपुर को भेजी गई थी। आदेशों के सोशल मीडिया में प्रसारित होने के बाद शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर के हस्तक्षेप से आदेश वापस ले लिए गए हैं
दरअसल जिस पार्टी को यह कार्य दिया गया था उसने एडीएम हमीरपुर को इसके लिए आवेदन किया था। इस आवेदन पत्र को प्रारंभिक और उच्चतर शिक्षा उपनिदेशक कार्यालय हमीरपुर को प्रेषित किया गया। उच्चत्तर शिक्षा उपनिदेशक कार्यालय हमीरपुर ने इसकी वैरीफिकेशन के निर्देश दिए थे जबकि प्रारंभिक उपनिदेशक कार्यालय की ओर से स्कूलों को आदेश जारी कर दिए गए। जिसके बाद से सोशल मीडिया पर इन आदेशों को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
स्कूलों में जादू शो दिखाने के लिए जारी निर्देशों को वापिस ले लिया गया है। एडीएम कार्यालय हमीरपुर से चिट्ठी प्राप्त हुई थी। जिसके बाद यह निर्देश स्कूलों को दिए गए थे और इसकी प्रतिलिपि उपायुक्त कार्यालय को प्रेषित की गई थी। अब विभाग की ओर से जारी निर्देशों के अनुसार आगामी कार्य किया जाएगा- कमल किशोर, उपनिदेशक, प्रारंभिक शिक्षा विभाग हमीरपुर।
प्रारंभिक शिक्षा विभाग हमीरपुर को स्पष्टीकरण मांगा गया है। स्कूलों में शो दिखाना अच्छा विचार है लेकिन इस प्रकार के आदेश निकालने का कोई औचित्य नहीं है। उपनिदेशक से इस मामले में शिक्षा निदेशालय की ओर से स्पष्टीकरण मांगा गया है