
राजधानी के मालरोड से सटी कालीबाड़ी सड़क पर अवैध रूप से चल रही एक दुकान पर बुधवार दोपहर को खूब हंगामा हुआ। मौके पर जमा हुई महिलाओं ने दुकान चला रहे विशेष समुदाय के तहबाजारी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कहा कि यह तहबाजारी खाने-पीने की चीजें बेचता है। हंगामे के बीच मौके पर देवभूमि संघर्ष समिति के सदस्य भी पहुंच गए।
तहबाजारी से पहचान पत्र दिखाने को कहा, लेकिन वह नहीं दिखा पाया। इस पर सदस्य और मौके पर मौजूद लोग और उग्र हो गए तथा हंगामा कर दिया। नगर निगम प्रशासन को इसकी शिकायत की गई। सूचना मिलते ही संपदा शाखा की एक टीम मौके पर पहुंची। टीम ने तहबाजारी से पहचान पत्र दिखाने को कहा, लेकिन इसके पास नहीं था। इसके बाद नगर निगम ने इसे बंद करवा दिया। उधर देवभूमि संघर्ष समिति ने नगर निगम से पूछा कि चार महीने से यह तहबाजारी यहां दुकान सजाए बैठा है, इसके पास पहचान पत्र तक नहीं हैं, फिर इस पर क्यों कार्रवाई नहीं हो रही। नगर निगम की तहबाजारी नीति कहां है। समिति के सह संयोजक विजय शर्मा ने कहा कि कालीबाड़ी सड़क पर जिस तहबाजारी ने अवैध रूप से दुकान खोली है, वह एक तहबाजारी माफिया के तौर पर काम कर रहा है। इसकी शहर के अन्य बाजारों में भी कई दुकानें हैं। नगर निगम इन पर कार्रवाई नहीं करता।
अवैध तहबाजारी पर होगी कार्रवाई : उमा
नगर निगम उपमहापौर उमा कौशल के पास भी दोपहर के समय इस मामले की शिकायत पहुंची। उपमहापौर ने कहा कि संपदा शाखा की टीम को मौके पर भेजा है। अवैध रूप से बैठे तहबाजारी पर कार्रवाई होगी। यदि इसने महिलाओं से अभद्र व्यवहार किया है, तो इसके लिए भी सख्ती की जाएगी।