
देश के कई शहरों पर पाकिस्तान की ओर से की हमले की कोशिश के बाद हिमाचल प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। प्रदेश में सभी सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं। विशेषकर प्रदेश के पर्यटन स्थलों, शक्तिपीठों, जल विद्युत परियोजनाओं और सीमावर्ती क्षेत्रों को अलर्ट पर रखा गया है। सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए पुलिस, स्वास्थ्य विभाग और अन्य आपातकालीन सेवाओं से जुड़े कर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। पंजाब के पठानकोट, अमृतसर, जालंधर और चंडीगढ़ जैसे बड़े शहर हिमाचल से सटे हैं, जबकि जम्मू की भी हिमाचल के साथ सीमा लगती है। हमले की आशंका के चलते हिमाचल पुलिस मुख्यालय ने प्रदेश की चारों रेंज को सतर्क रहने के निर्देश जारी कर दिए हैं। शिमला रेंज, सेंट्रल रेंज, साउथ रेंज और नॉर्थ रेंज के डीआईजी को पुलिस मुख्यालय से निरंतर संपर्क में रहने और हर अपडेट की सूचना देने के लिए कहा है।
पर्यटन स्थलों में सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश
प्रदेश के पर्यटन स्थलों विशेषकर कुल्लू-मनाली, धर्मशाला-मैक्लोडगंज, चंबा-खजियार और शिमला में सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश जारी किए गए हैं। सरकार और प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि किसी भी संदिग्ध व्यक्ति की सूचना तुरंत दें। बताया जा रहा है कि प्रदेश में आने वाले संदिग्धों को लेकर कड़ी नजर रखी जा रही है। संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा को पुख्ता किया गया है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि अगर सायरन बजता है तो लोग सुरक्षित स्थानों पर रहें और प्रशासन की ओर से जारी निर्देशों का पालन करें। मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार नरेश चौहान ने बताया कि मुख्यमंत्री ने उपायुक्त को निर्देश दिए हैं कि जहां ब्लैकआउट की जरूरत है, वहां पर उचित एहतियातन उचित कदम उठाए जाएं। उन्होंने बताया कि शनिवार को सुरक्षा के विषय को लेकर मुख्यमंत्री ने आपात बैठक बुलाई है।
इन क्षेत्रों में बरती जा रही सतर्कता
वहीं, सीएम सुक्खू ने कहा कि पाकिस्तान द्वारा पठानकोट में किए गए ड्रोन अटैक के मद्देनजर हिमाचल के सीमावर्ती क्षेत्र नूरपुर और इंदौरा में विशेष सतर्कता बरती जा रही है। दोनों जगह पुलिस अधीक्षकों से बातचीत कर फीडबैक लिया है। परिस्थितियां देखते हुए सरकार ने छुट्टियों में भी आपदा प्रबंधन, सामान्य प्रशासन विभाग और गृह विभाग को 24 घंटे कार्यरत रहने के निर्देश दिए हैं।
घबराने की कोई आवश्यकता नहीं: सीएम
सुक्खू ने कहा कि घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है, लेकिन सभी स्तरों पर सतर्क रहना अनिवार्य है। पठानकोट, चंडीगढ़ और जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती जिलों के प्रशासन को विशेष रूप से सतर्क रहने की आवश्यकता है। उन्होंने धार्मिक स्थलों, हवाई अड्डों, बांधों, पुलों और अन्य महत्वपूर्ण संस्थानों में पर्याप्त सुरक्षा प्रबंध करने के निर्देश दिए। केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप मॉकड्रिल आयोजित करने को भी कहा।
कुफरी के पर्यटन कारोबारियों ने सेना के लिए रक्तदान करने और पैसा भेजने का एलान किया
राजधानी शिमला के साथ लगते विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल कुफरी के पर्यटन कारोबारियों ने भारतीय सेना का उत्साह बढ़ाते हुए सेना के लिए रक्तदान करने और पैसे भेजने का एलान किया है। पर्यटन कारोबारी बोले, ‘पाकिस्तान सुधर जाओ, बाप बाप होता है, अगर हमने बाप वाला गुस्सा दिखाया तो नक्शे से तुम्हारा नामो निशान मिट जाएगा।’
आउटसोर्स कर्मचारी महासंघ की मांग, सिविल डिफेंस ट्रेनिंग दी जाए
हिमाचल प्रदेश आउटसोर्स कर्मचारी महासंघ ने सरकार और प्रशासन से सोशल मीडिया के माध्यम से सिविल डिफेंस ट्रेनिंग देने की मांग की है। कहा कि जरूरत के समय हम देश के लिए बॉर्डर पर जाने और देश के लिए अपनी जान न्योछावर करने को तैयार हैं।