
भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव भरे माहौल में हिमाचल के वीर सपूत भी सरहदों और अग्रणी मोर्चों पर डटे हैं। रविवार को मदर्स डे से पहले सीजफायर के एलान के बाद वीर सैनिकों की माताओं ने कहा कि हम सरकार के निर्णय के साथ हैं।
सुजानपुर के दाड़ला की रेखा देवी ने कहा कि शुक्रवार दोपहर बाद 2:30 बजे बेटे संजीव से बात हुई। वह जम्मू में तैनात है। मात्र दो मिनट में उसने अपना हाल बताया। बेटे की फिक्र तो रहती है लेकिन बेटे पर गर्व है जो कि देश की सेवा कर रहा है। देशहित में जंग और सीज फायर दोनों कबूल हैं। शिमला के कनलोग वार्ड की रहने वाली बृज सूद का बेटा विंग कमांडर है। बेटा इन दिनों सरहद पर तैनात है। बृज सूद ने कहा कि पांच मई को बेटे का कॉल आया था। थोड़ी देर के लिए ही बात हो पाई। बेटे ने कहा कि मां मुझे कॉल मत करना। मैं आपको खुद फोन करूंगा। पांच दिन से बेटे के फोन का इंतजार है। सीजफायर के बाद अब उम्मीद है कि मदर्स डे पर बेटे का कॉल आ जाएगा। बृज सूद कनलोग वार्ड से पूर्व पार्षद भी रह चुकी हैं।
बिलासपुर की पडयालग पंचायत के बाड़ी गांव की कमलेश देवी अपने 37 वर्षीय सैनिक बेटे पर गर्व महसूस कर रही हैं। कहा कि गर्व है कि मेरा बेटा कश्मीर जैसे संवेदनशील क्षेत्र में हर भारतीय नागरिक की सुरक्षा में डटा है।
बेटे का मनोबल ऊंचा, मां का दिल है, चिंता तो रहती है : अरुणा
राजधानी शिमला से फ्लाइट लेफ्टिनेंट की मां अरुणा चौहान ने कहा कि बेटे से परसों ही बात हुई थी। बेटे से बात होती है। उसका मनोबल वैसे ही ऊंचा है, मगर मां का दिल है, तो हर बेटे की चिंता तो रहती है।
गर्व की बात है कि बेटे को मिला है देश सेवा का मौका : अनिता
सेना में मेजर पद पर सेवा दे रहे बेटे की माता अनिता सूद का कहना है कि हर जवान की माता के लिए यह गर्व की बात है कि बेटों को देश की सेवा का मौका मिला है। भगवान से प्रार्थना है कि सीमा पर तैनात हर बेटा सुरक्षित रहे।
बेटा इस समय सरहद पर तैनात, सलामती की दुआ करती हूं : रेखा
हमीरपुर की रेखा रांगड़ा ने कहा कि मेरा बेटा इस समय सरहद पर तैनात है। हाल ही में दो मिनट की बात हुई थी, बस इतना कहा – “मां चिंता मत करना, मैं ठीक हूं।” उसकी आवाज में हौसला था, मेरे दिल में गर्व।
गर्व है कि बेटा देश सेवा कर रहा है दुश्मन को सबक सिखाया : आशा
अवाहदेवी की आशा देवी ने कहा कि बेटा रमन राजौरी में तैनात है। सुबह ही बेटे से बात हुई। हमेशा की तरह उसने बुलंद आवाज में ही बात की है। कभी सरहद के तनाव को नहीं बताता है। देशहित में युद्ध विराम भी सही है।
सुमन शर्मा के दोनों बेटे कश्मीर की सरहद पर कर रहे देश सेवा
बिलासपुर की गाहर पंचायत के गाहर गांव की निवासी सुमन शर्मा के दोनों बेटे भारतीय सेना में तैनात हैं और इस समय देश की रक्षा के लिए जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। सुमन शर्मा ने बताया कि एक बेटा हाल ही में छुट्टी पर घर आया था, लेकिन जैसे ही सेना से बुलावा आया वह खुशी-खुशी देश सेवा के लिए वापस लौट गया।
दो दिनों से बेटे से बात नहीं हुई : रचना
नादौन की रचना शर्मा ने कहा कि बेटे का मैसेज आया है कि मां, मेरी चिंता मत करना, परिवार वालों को भी हौसला देना, मैं यहां पर सुरक्षित हूं, आप अपना ध्यान रखना। पिछले दो दिनों से बेटे से कोई भी बात नहीं हुई है उसका फोन बंद है।