
हिमाचल प्रदेश पुलिस के महानिदेशक डॉ. अतुल वर्मा की ओर से हाईकोर्ट में दिए गए हलफनामे ने शिमला पुलिस की एसआईटी को ही कटघरे में खड़ा कर दिया। उन्होंने एसआईटी की जांच पर गंभीर सवाल उठाए। डीजीपी ने मृतक विमल नेगी की जेब से मिली पेन ड्राइव छिपाने और फॉर्मेट करने को अपनी रिपोर्ट में उजागर किया। डीजीपी का हलफनामा विमल नेगी मौत मामले की जांच सीबीआई को सौंपने का मुख्य आधार बना। डीजीपी ने 15 मार्च को विमल नेगी को तलाशने के लिए एसआईटी का गठन किया। डीएसपी अमित कुमार को एसआईटी प्रमुख बनाया गया। इनके अलावा एसएचओ सदर थाना शिमला धर्मसेन नेगी, एसएचओ पुलिस स्टेशन घुमारवीं अमिता देवी और जांच अधिकारी पुलिस स्टेशन शिमला यशपाल को सदस्य बनाया गया।