
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड प्रबंधन ने 12वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम में अनियमितताएं बरतने वाले पांच अधिकारियों और कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इसके साथ ही उनसे परीक्षा परिणाम के दौरान बरती गई इस अनियमितता के लिए 10 दिन में जवाब मांगा है। जवाब मिलने के बाद ही उन पर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। जानकारी के अनुसार जमा दो कक्षा की अंग्रेजी परीक्षा में गंभीर चूक सामने आई थी। इसके चलते छात्रों के प्राप्तांक गलत घोषित हो गए।
इससे परीक्षा परिणाम में त्रुटि सामने आई थी। इस दौरान रद्द हुई जमा दो की अंग्रेजी विषय की उत्तर कुंजी को ही बाद में हुई अंग्रेजी विषय की उत्तर कुंजी के स्थान पर इस्तेमाल कर लिया था। इसके चलते बहुविकल्पीय प्रश्नों के 16 अंकों के मूल्यांकन में त्रुटि हो गई थी। इसके बाद अंग्रेजी विषय की उत्तर पुस्तिकाओं की ओएमआर शीट्स को सही उत्तरकुंजी के आधार पर दोबारा जांचने के बाद संशोधित परिणाम घोषित किया गया था। इसके बाद केवल अंग्रेजी विषय के अंक ही बदले गए थे।
इस मानवीय त्रुटि को गंभीरता से लेते हुए बोर्ड ने संबंधित शाखा के चार-पांच अधिकारियों व कर्मचारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की थी। इसमें तथ्य जांच की रिपोर्ट बोर्ड के पास पहुंचने के बाद अब संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं। वहीं इस संदर्भ में स्कूल शिक्षा बोर्ड के सचिव डॉ. मेजर विशाल शर्मा ने बताया कि उत्तर कुंजी जांच मामले में स्कूल शिक्षा बोर्ड के पास तथ्य जांच रिपोर्ट पहुंच गई है। इसके आधार पर बोर्ड ने करीब पांच अधिकारियों-कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर उनसे 10 दिन में जवाब मांगा गया है। उनसे जवाब मिलने के बाद ही आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
10वीं के विद्यार्थी पुनर्मूल्यांकन-पुनर्निरीक्षण के लिए अब 5 तक करें आवेदन
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से घोषित किए गए 10वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम से असंतुष्ट अभ्यर्थी अब पांच जून तक पुनर्मूल्यांकन और पुनर्निरीक्षण के लिए आवेदन कर सकते हैं। इससे पहले आवेदन करने की तिथि 30 जून तक रखी गई थी, लेकिन इंटर में आई तकनीकी खराबी के कारण छात्र हित में शिक्षा बोर्ड ने अब इस तिथि को आगे बढ़ा दिया है। स्कूल शिक्षा बोर्ड के सचिव डॉ. मेजर विशाल शर्मा ने बताया कि बोर्ड के इंटरनेट में 28 मई से कुछ तकनीकी खराबी आई थी, जिसके चलते 10वीं कक्षा के कई परीक्षार्थी पुनर्मूल्यांकन और पुनर्निरीक्षण के लिए ऑनलाइन आवेदन नहीं कर सके हैं। उन्होंने बताया कि इससे पहले आवेदन करने की अंतिम तिथि 30 मई थी, जिसे अब बढ़ाकर पांच जून कर दिया गया है।