
सरकार ने गेहूं बीज के रेट निर्धारित कर दिए हैं। फाउंडेशन बीज के 3,400 रुपये व प्रमाणित बीज के 3,200 रुपये प्रति क्विटंल रेट निर्धारित किया गया है। यह दाम पिछले साल से 100 रुपये अधिक है। अब किसानों के लंबे समय से रेट निर्धारित न होने से लंबित पड़े गेहूं बीज के बिल पास होने की उम्मीद जगी है। 160 से अधिक किसान गेहूं बीज विभाग को बेच चुके हैं, लेकिन दरें फिक्स न होने से किसानों के बिल पास नहीं हुए थे। कृषि विभाग ने इस बार 318 किसानों को गेहूं का फाउंडेशन व पांच किसानों ब्रीडर बीज लगाने को दिया था। विभाग ने बीज देते समय किसानों को तैयार फसल खरीदने की भी गांरटी दी थी।
इस बार बीबीएन में 807 हेक्टेयर जमीन में यह बीज तैयार किया गया। अब बीज तैयार करने के बाद विभाग को बेच भी दिया है। हालांकि एक माह के समय बीत जाने के बाद भी किसानों को उनकी फसल का पैसा नहीं मिल पाया है। पैसा न मिलने का कारण गेहूं के बीज के रेट का निर्धारण न होना था, लेकिन अब बीज के रेट निर्धारित हो गए हैं। एक दो दिन में सभी किसानों के फसल के बिल उप निदेशक कार्यालय को भेजे जाएंगे। एक सप्ताह के भीतर इसका पैसा मिलने की उम्मीद है।
उधर, कृषि विभाग के उपनिदेशक ड़ॉ. देवराज कश्यप ने बताया कि ब्रीडर से फाउंडेशन बने बीज के रेट 3,400 रुपये व फाउंडेशन से प्रमाणित बीज के दाम 3,200 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किए गए, जो पिछले साल से 100 रुपये प्रति क्विंटल अधिक हैं। उन्होंने बताया कि जल्द ही किसानों को गेहूं के बीज के दाम उनके खाते में डाल दिए जाएंगे।