
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने मंगलवार को कांगड़ा जिले के देहरा विधानसभा क्षेत्र में 100 करोड़ रुपये लागत की छह विकासात्मक परियोजनाओं के लोकार्पण व शिलान्यास किए। मुख्यमंत्री ने हरिपुर तहसील के बनखंडी में दुर्गेश अरण्य वन्य प्राणी उद्यान में 47.62 करोड़ रुपये की लागत से अस्पताल प्रशासन व डायगनोस्टिक ब्लॉक, केंद्रीकृत रसोईघर व क्वारंटीन केंद्र और 16.25 करोड़ रुपये की लागत से उठाऊ पेयजल योजना की आधारशिला रखी। उन्होंने 12.87 करोड़ रुपये की लागत से हरिपुर से सक्री गैहरा सड़क के स्तरोन्नयन कार्य, 6.64 करोड़ रुपये की लागत से थाथर त्रिपाल से मेहवा पंचायत सड़क और 10.29 करोड़ रुपये की लागत से गुलेर से नंदपुर बरियाल लदरेट सड़क की आधारशिला भी रखी। उन्होंने देहरा तहसील में 4.96 करोड़ रुपये की लागत के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का लोकार्पण किया।
619 करोड़ से बनेगा दुर्गेश अरण्य प्राणी उद्यान
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि बनखंडी में 619 करोड़ रुपये की लागत से अन्तरराष्ट्रीय स्तर का दुर्गेश अरण्य वन्य प्राणी उद्यान निर्मित किया जा रहा है। प्रथम चरण में 150 करोड़ रुपये व्यय किए जा रहे हैं और 43 बाड़ों का निर्माण किया जा रहा है। इस पार्क की चहारदीवारी का कार्य 90 प्रतिशत पूरा हो चुका है तथा आठ चेकडैम बनाए जा रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बारिश जल के संग्रहण के लिए और चेकडैम का निर्माण किया जाए। उन्होंने कहा कि सतत अधोसंरचना और पर्यावरण साझेदारी की नवीन पहल के साथ-साथ यह पर्यटकों के लिए आकर्षण का मुख्य केंद्र बनकर उभरेगा।
पार्क में 78 प्रजातियां होंगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पार्क में एशियाई शेर, हॉग डियर, मॉनिटर लिजर्ड, मगरमच्छ, घड़ियाल और विभिन्न पक्षियों के प्रजातियों के साथ 78 प्रजातियों के जानवर रखे जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस चिड़िया घर में एक वेटलैंड एवियरी भी होगी। इसमें देशी प्रजाति के पक्षी रखे जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि दुर्गेश अरण्य वन्य प्राणी उद्यान से पर्यटन गतिविधियों को प्रोत्साहन मिलेगा तथा स्थानीय युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। क्षेत्र के अद्वितीय सौंदर्य और पर्यावरण अनुकूल अधोसंरचना के फलस्वरूप यह उद्यान जिला कांगड़ा को प्रदेश की पर्यटन राजधानी के रूप में स्थापित करेगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने उद्यान में निर्माणाधीन कार्यों का जायजा लिया और इसमें सुधार तथा समयबद्ध पूर्ण करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस परियोजना को समयबद्ध पूर्ण किया जाना चाहिए ताकि इस परियोजना से अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हो।