
हिमाचल प्रदेश में पानी की योजनाएं चोरों के निशाने पर हैं। इनकी सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की नौबत आ गई है। सभी योजनाओं पर चरणबद्ध तरीके से सीसीटीवी कैमरे लगाने का प्रावधान किया जा रहा है। पेयजल और सिंचाई की इन करोड़ों रुपये की योजनाओं की मशीनरी को चोर कुछ हजार रुपये के लिए निशाना बना रहे हैं। तांबा और अन्य उपकरणों को चुराकर मार्केट में बेच रहे हैं। अधिकारियों को इसमें चोरों का गिरोह सक्रिय होने की आशंका है। राज्य के कई क्षेत्रों में पेयजल और सिंचाई योजनाओं के प्रभावित होने से इससे परेशानी हो रही है।
चोर सिंचाई और पीने के पानी की उठाऊ पेयजल योजनाओं की मशीनरी के अलावा इनके साथ लगे बिजली के ट्रांसफार्मरों को भी निशाना बना रहे हैं। पिछले कुछ समय में दर्जनों योजनाओं की मशीनरी चुरा ली गई। जल शक्ति विभाग इसे लेकर चिंतित है। इन योजनाओं के ट्रांसफार्मरों और मशीनरी में तांबा व अन्य धातुएं होती हैं। ये बाजार में कबाड़ में बेची जाती हैं
जिला शिमला के कुठार में आठ करोड़ रुपये की योजना ठप
जिला शिमला के कुठार में चोरों ने आठ करोड़ रुपये की योजना को ठप कर दिया। यहां ताला तोड़कर मशीनरी चोरी कर ली। पूर्व जलशक्ति मंत्री विद्या स्टोक्स के ओएसडी रह चुके आत्मा राम ने कहा कि क्षेत्र के लोग लंबी प्रक्रिया के बाद इस योजना को धरातल पर उतार पाए थे, लेकिन अब हजारों किसानों की फसलें सूखने के कगार पर पहुंच चुकी हैं। ग्राम पंचायत कुठार के उपप्रधान संजय माल्टा ने कहा कि इस योजना का पानी पांच पंचायतों कुठार, पुंदर चनौत, गुंडू, बागड़ी और बासाभार के लिए जा रहा है। चोर यहां से तारे, दुल्लू पंप आदि लाखों रुपये का सामान उड़ाकर ले गए।
कई क्षेत्रों में लगाए जा रहे सीसीटीवी कैमरे : मुकेश
उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री के पास जल शक्ति विभाग का जिम्मा है। विभाग की मशीनरी चोरी होने पर उन्होंने चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि कई क्षेत्रों में इन योजनाओं की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। पर्वतीय क्षेत्रों में तो चोरी रोकना आसान है, मगर सीमाई इलाकों में और भी बड़ी समस्या है।
यह बात सही है कि जलशक्ति विभाग की मशीनरी को घोरों ने निशाना बनाया है। जिस-जिस जगह पर यह मशीनरी है. वहां स्थानीय प्रशासन से अनुरोध किया जा रहा है कि इसकी सुरक्षा पर ध्यान दे। चरणबद्ध तरीके से सीसीटीवी कैमरे लगाने का प्रावधान किया जा रहा है। जैसे-जैसे बजट का प्रावधान होगा. इस दिशा में आगे बड़ा जाएगा।