
चीफ इंजीनियर विमल नेगी मौत मामले की जांच कर रही सीबीआई ने मंगलवार को पुलिस एसआईटी के पांच अधिकारियों व कर्मचारियों को पूछताछ के लिए सीबीआई कार्यालय बुलाया। करीब साढ़े 11 बजे अधिकारी व कर्मचारी सीबीआई कार्यालय पहुंचे। सीबीआई के अधिकारियों ने पांचों पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों से अलग-अलग बात की। पौने चार बजे तक इनसे सवाल-जवाब होते रहे। इन्हें फिर पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा। हाईकोर्ट से सीबीआई को मामला सौंपने से पहले पुलिस एसआईटी विमल नेगी मौत मामले की जांच कर रही थी। सीबीआई ने पुलिस एसआईटी से सारा रिकाॅर्ड कब्जे में ले लिया है। वहीं, पुलिस एसआईटी की ओर से पावर कॉरपोरेशन के 7 इंजीनियर और कर्मचारियों के मोबाइल फोन कब्जे में लिए गए हैं। सीबीआई ने इन मोबाइल फोन को नई दिल्ली में फोरेंसिक जांच को भेजा है।
विमल नेगी की मौत पर सीबीआई ने एचपीपीसीएल से 25 हजार पृष्ठों का ओरिजिनल (मूल) रिकॉर्ड मांगा है। पावर कॉरपोरेशन ने पुलिस एसआईटी को 25 हजार पृष्ठों के रिकॉर्ड की फोटोस्टेट कॉपियां दी थीं, लेकिन सीबीआई ने फोटोस्टेट कॉपियों के लिए मना कर दिया है। अब कॉरपोरेशन की ओर से सीबीआई को दो दिन के भीतर यह रिकॉर्ड उपलब्ध कराया जाना है। पावर कॉरपोरेशन की इंजीनियर एसोसिएशन को भी सीबीआई ने कार्यालय बुला लिया है। विमल नेगी का शव बरामद होने व कार्यालय के बाहर शव को रखे जाने के दौरान एसोसिएशन ने विरोध प्रदर्शन कर अधिकारियों के खिलाफ आरोप-प्रत्यारोप लगाए थे। ऐसे में इनसे बात करके साक्ष्य जुटाए जाने हैं। वहीं, घुमारवीं गई सीबीआई टीम भी वापस शिमला लौट आई है।
जिन अफसरों पर आरोप, जांच एजेंसी उनसे भी करेगी सवाल
सीबीआई जांच से पहले प्रदेश सरकार ने अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार शर्मा को प्रशासनिक जांच करने का जिम्मा सौंपा था। इस दौरान जिन-जिन कर्मचारियों और अधिकारियों से बातचीत हुई थी, सीबीआई अब उन्हें भी बुलाएगी। जिन अधिकारियों पर आरोप लगे हैं, उन्हें भी पूछताछ होनी है। उल्लेखनीय है कि सीबीआई ने विमल नेगी की पत्नी और भाई से तथ्य जुटा लिए हैं। दो बार उन्हें भी सीबीआई कार्यालय बुलाया गया था। सीबीआई की टीम कई जगह जाकर जांच को आगे बढ़ा रही है। विमल नेगी पर मानसिक दबाव से जुड़े आरोपों की पड़ताल की जा रही है। अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) की प्रशासनिक जांच रिपोर्ट, पूर्व पुलिस महानिदेशक के शपथ पत्र और पुलिस एसआईटी की स्टेटस रिपोर्ट का भी अध्ययन हो रहा है।