
सोलन की अधिष्ठात्री देवी मां शूलिनी बड़ी बहन मां दुर्गा से मिलने के बाद मूल स्थान पर लौट गईं। रविवार रात मां शूलिनी पालकी में सवार होकर अपने मूल स्थान पर पहुंचीं। गंज बाजार से लेकर माता के मंदिर तक श्रद्धालुओं ने जगह-जगह पर फूलों की बारिश की। लोगों ने मां का आशीर्वाद प्राप्त किया। इससे पहले रात करीब 8:35 बजे राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने मां शूलिनी व उनकी बहन दुर्गा माता का आशीर्वाद प्राप्त किया। वहीं, कल्याणा समिति के मुखिया शेर सिंह ने कहा कि माता ने मेला स्वीकार कर लिया है।
सभी भक्तों व शहरवासियों को आशीर्वाद प्रदान किया। शनिवार देर रात कल्याणों ने माता से आज्ञा ली। रविवार को मां शूलिनी पीठम से रात करीब 9:00 बजे पालकी पर सवार होकर निकलीं। इस दौरान बैंड-बाजों के साथ मां के भक्तजन नाचते हुए मंदिर परिसर पहुंचे। रात 12:05 बजे मां अपने मंदिर पहुंचीं। यहां पर मूल स्थान पर विराजमान हुईं। इसी के साथ मेला भी संपन्न हो गया। मां शूलिनी 20 जून को अपनी बड़ी बहन से मिलने के लिए आई थीं। यहां पर रुकने के बाद 22 जून को माता लौट गईं।
मां शूलिनी पीठम में उमड़ी भीड़
मां शूलिनी पीठम में रविवार को भी दोनों बहनों के दर्शनों के लिए लोगों की भीड़ उमड़ी। भक्तजन लंबी कतारों में मां का आशीर्वाद लेने के लिए खड़े रहे। घंटों लाइन में लगने के बाद मंदिर परिसर पहुंचे, जहां लोगों ने मां से आशीर्वाद लेकर सुख-समृद्धि की कामना की।