हिमकेयर कार्ड के लिए निर्धारित श्रेणियों के अनुसार गरीबी रेखा से नीचे, अनाथालयों में रहने वाले बच्चे, मनरेगा कामगार, जेल के कैदी और पंजीकृत स्ट्रीट वैंडरों के कार्ड निशुल्क बनेंगे।
हिम केयर योजना के लाभार्थियों के कार्ड नए नियमों के तहत बनेंगे। लाभार्थियों के कार्ड अब पात्रता और उनकी आर्थिक स्थिति के अनुसार बनाए जाएंगे। कार्ड बनाने के लिए अब निशुल्क से लेकर 1,000 रुपये तक का शुल्क निर्धारित है। इसके लिए तीन मापदंडों निर्धारण किया गया है और इनमें 13 श्रेणियों के अंतर्गत आने वाले लाभार्थियों को शामिल किया गया है।
हिमकेयर कार्ड के लिए निर्धारित श्रेणियों के अनुसार गरीबी रेखा से नीचे, अनाथालयों में रहने वाले बच्चे, मनरेगा कामगार, जेल के कैदी और पंजीकृत स्ट्रीट वैंडरों के कार्ड निशुल्क बनेंगे। संविदा कर्मचारी, दैनिक भोगी कामगार, 40 फीसदी दिव्यांग, एकल नारी, मिड-डे मील वर्कर, आउटसोर्स और अंशकालिक कर्मचारियों को 365 तथा अन्य वर्गों के पात्र लाभार्थियों को 1,000 रुपये का शुल्क जमा करवाकर कार्ड बनवाना होगा। इस संबंध में आयुष्मान और हिमकेयर योजना के जिला समन्वयक धर्मपाल राणा ने कहा कि अब हिमकेयर कार्ड शून्य से लेकर 1,000 रुपये तक में बनाए जा रहे हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एनआर पवार ने कहा कि हिमकेयर योजना हिमाचल प्रदेश में एक स्वास्थ्य बीमा योजना है, जिसके तहत 3,227 बीमारियों का निशुल्क उपचार उपलब्ध है। इस योजना के तहत, एक परिवार के अधिकतम पांच सदस्यों को कवर किया जाता है। कार्ड बनाने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है। लोक मित्र केंद्रों में आधार कार्ड, राशन कार्ड, मोबाइल नंबर और श्रेणी प्रमाणपत्र जैसे दस्तावेज अपलोड करने होंगे और निर्धारित शुल्क का भुगतान करना होगा।