बेटियां मानवता की अमूल्य धरोहर हैं। सभ्य समाज की इस सांझी विरासत को सहेजना, उसे विकास के लिए उपयुक्त वातावरण प्रदान करना तथा लैंगिक भेदभाव रहित विकासोन्मुखी सामाजिक व्यवहार परिवर्तन की नींव रखना प्रत्येक सभ्य नागरिक का नैतिक दायित्व है। सुजानपुर में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ सप्ताह के शुभारंभ अवसर पर बाल विकास परियोजना अधिकारी कुलदीप सिंह चौहान ने यह आह्वान किया।
उन्होंने बताया कि साप्ताहिक गतिविधियों की शुरुआत बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की भावना के प्रति नागरिक प्रतिबद्धता की शपथ से शुरू की गई। सुजानपुर के विभिन्न सरकारी कार्यालयों, शिक्षण संस्थानों, पंचायत घरों, आंगनवाड़ी केंद्रों, ग्राम सभाओं और बीडीसी सुजानपुर की बैठक में यह शपथ ली गई। इसके बाद बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ पर जनसमर्थन के लिए हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत भी की गई।
कुलदीप सिंह चौहान ने बताया कि सुजानपुर खंड की 16 ग्राम पंचायतों में विशेष ग्राम सभाओं का आयोजन किया गया जिसमें बाल लिंगानुपात, बालिकाओं के लिए विशेष कौशल विकास योजनाओं की संभावनाओं पर विचार किया गया।
उन्हांेने बताया कि 20 जनवरी को घर-घर जाकर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ से संबंधित स्टीकर्स चिपकाए जाएंगे तथा लोगों से सकारात्मक सामाजिक परिवर्तन की अपील की जाएगी। इसके अतिरिक्त शेष 7 पंचायतों में भी विशेष सभाओं का आयोजन किया जाएगा। 21 जनवरी को साइकिल रैलियों का आयोजन किया जाएगा। 22 जनवरी को विद्यालयों में नारा लेखन, सामाजिक व्यवहार परिवर्तन पर चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा तथा बेटियों की खेलकूद प्रतियोगिताओं में भागीदारी को बढ़ाने की संभावना पर मंथन किया जाएगा। 23 जनवरी को पोषण एवं स्वास्थ्य विषय पर गोष्ठियों का आयोजन किया जाएगा तथा बेटियों के विधिक अधिकारों और बाल विवाह की पूर्ण समाप्ति हेतु स्थानीय सामाजिक और धार्मिक नेताओं के साथ चर्चा होगी। सप्ताह के अंतिम दिन 24 जनवरी को स्थानीय मीडिया में क्षेत्र की अग्रणी चैंपियन बेटियों की कहानियां प्रचारित की जाएंगी तथा पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। बाल विकास परियोजना अधिकारी ने जनसाधारण से इन गतिविधियों में बढ़-चढ़कर भाग लेने का आह्वान किया।