उन्होंने कहा कि राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के दृष्टिगत हिमाचल में पूर्ण भक्तिमय वातावरण तैयार हुआ है, जिसके दृष्टिगत प्रदेश सरकार ने पिछले दिन पूरे दिन का राजकीय अवकाश घोषित किया।
उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल के मंदिरों की वैभवता, विस्तारीकरण एवं सौंदर्यीकरण के लिए विशेष कार्य योजना बनेगी। उन्होंने कहा कि राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के दृष्टिगत हिमाचल में पूर्ण भक्तिमय वातावरण तैयार हुआ है, जिसके दृष्टिगत प्रदेश सरकार ने पिछले दिन पूरे दिन का राजकीय अवकाश घोषित किया। मुख्यमंत्री और सरकार के सभी मंत्रियों ने विभिन्न मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना समारोहों में भाग लिया। सभी मंदिरों को भव्य तरीके से सजाया गया। इसी के दृष्टिगत दिल्ली में आयोजित हो रहे भारत पर्व में प्रदेश सरकार हिमाचल के रघुनाथ शीर्षक से कुल्लू दशहरा की झांकी को दर्शाया है। यह झांकी 23 जनवरी से 31 जनवरी 2024 तक भारत पर्व के तहत लाल किले पर दर्शाई जाएगी।
कुल्लू के आराध्य देव रघुनाथ का अयोध्या से पौराणिक संबंध है, क्योंकि कुल्लू के रघुनाथ मंदिर में स्थापित रघुनाथ व सीता की मूर्तियां अयोध्या से 17वीं शताब्दी में लाकर यहां स्थापित की गई थीं। उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने शिमला में अपने कार्यालय कक्ष में भाषा एवं संस्कृति विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ एक बैठक की, जिसमें प्रदेश में विभिन्न शक्तिपीठों तथा सरकार की ओर से नियंत्रित अन्य मंदिरों में श्रद्धालुओं के लिए सुविधाओं को और बेहतर करने के बारे में व्यापक विचार-विमर्श हुआ। इसके अतिरिक्त विभाग के द्वारा संचालित अंतरंग सभागारों तथा संग्रहालयों की गतिविधियों में और तेजी तथा व्यापकता लाने का निर्णय लिया गया, जिससे इनके माध्यम से सांस्कृतिक व पुरातात्विक गतिविधियों और बढाई जा सके। राज्य संग्रहालय में वर्ष भर विभिन्न प्रकार की गतिविधियां आयोजित करने का निर्णय लिया गया, जिनमें सेमिनार व प्रदर्शनियों का आयोजन तथा संग्रहालय का भ्रमण करवाया जाएगा।
अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल में स्थित सभी प्रसिद्ध शक्तिपीठों तथा अन्य मंदिरों की वैभवता को बनाए रखने के लिए व्यापक कार्य योजना विभाग तैयार कर रहा है। इसके अंतर्गत सभी मंदिरों के विस्तारीकरण व जीर्णोद्धार के कार्य में और तेजी लाई जाएगी। इसी प्रकार सभी मंदिरों के मार्गों में संकेत चिन्ह और दिव्यांगों के लिए रैंप व फ्री व्हील चेयर मंदिर की तरफ से उपलब्ध करवाई जा रही है। इसके अतिरिक्त मंदिरों की आय-व्यय का ब्योरा भी सार्वजनिक करने का निर्णय लिया गया। उप मुख्यमंत्री ने यह भी जानकारी दी कि विभाग की ओर से अपनी द्वैमासिक पत्रिका विपाशा का हिमाचल निर्माता डॉ. यशवंत सिंह परमार पर विशेषांक बनकर तैयार हो गया है, जिसका विमोचन पूर्ण राज्यत्व दिवस समारोह में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू करेंगे। इस बैठक में सचिव, भाषा एवं संस्कृति श्री राकेश कंवर, निदेशक डॉ. पंकज ललित तथा संयुक्त निदेशक मंजीत शर्मा ने भाग लिया।