# हिमाचल के जंगलों में फिर ‘पुष्पा’ की एंट्री; चंदन के पड़ों पर चली कुल्हाड़ी; 6 दिन बाद जागा वन विभाग-पुलिस|

 हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के देहरा में ‘पुष्पा’  की एंट्री हो गई है. यहां पर रक्कड़ में चंदन के पेड़ों की अवैध कटाई का मामला सामने आया है. वन विभाग और पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए 12 चंदन के पेड़ों से 29 किलो चंदन  बरामद किया है. इस मामले में एक स्थानीय व्यक्ति के खिलाफ पुलिस थाना रक्कड़ में शिकायत दर्ज करवाई गई है. समाजसेवी जगवीर सिंह गग्गी ने इसके तार रक्कड़ से ही संबंध रखने वाले कांग्रेसी नेता के साथ जोड़े हैं.

समाजसेवी जगवीर सिंह गग्गी ने जब 6 दिन पहले जंगल से काटे गए चंदन के पेड़ों का वीडियो फेसबुक में अपलोड किया तो आनन फानन में वन विभाग ने रक्कड़ पुलिस में मामला दर्ज कराया.

जानकारी के अनुसार, वन विभाग ने आरोपी के घर से 29 किलोग्राम चंदन बरामद किया है. चंदन की बाजार में कीमत तीन लाख रुपये से अधिक आंकी गई है. जबकि लोग दबी जुबान से यह कह रहे हैं कि डेढ़ क्विंटल चंदन बरामद किया गया है. 5 दिन पहले, रक्कड़ के पास एक वन भूमि से एक दर्जन से अधिक चंदन के पेड़ काट दिए गए थे. स्थानीय निवासियों ने मामले की सूचना वन विभाग को दी. वन अधिकारी मौके पर पहुंचे और आधे कटे हुए पेड़ पाए गए. वन विभाग और पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए आरोपी को पकड़ लिया और उसके घर से चंदन बरामद किया.

समाजसेवी जगवीर सिंह गग्गी ने इस मामले में वन विभाग और पुलिस पर निष्पक्ष जांच नहीं करने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि चंदन की मात्रा 150 किलोग्राम थी, जिसे अब 29 किलोग्राम दिखा दिया गया है. उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मामले में जांच बिठाने और निष्पक्ष जांच करवाने की अपील की है.

डीएफओ सन्नी वर्मा ने बताया कि चंदन की मात्रा 29 किलोग्राम है, ना कि 150 किलोग्राम यह मात्र अफवाह है. उन्होंने बताया कि कुल 12 चंदन के पेड़ों को काटा गया है और इस मामले में कार्यवाही जारी है. उन्होंने कहा कि जैसा कि समाचार पत्र में कहा गया है की पुलिस से शिकायत पत्र बापिस लेने की बात है. वो सरासर गलत है. वास्तव में भूमि की निशान देही का इंतजार था. जैसे ही भूमि कि निशान देही ली गई और पाया कि चंदन सरकारी भूमि से कटे है, तभी इस मामले में उक्त व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर करवा दी गई है.  वर्मा ने बताया कि वन विभाग द्वारा चंदन पुलिस सपुर्द कर दिया गया है. डीएफओ सन्नी वर्मा ने कहा कि वनों के साथ किसी को खिलबाड़ नही करने दिया जाएगा. वन विभाग वन संपदा को बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है.

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