पुराना कांगड़ा के वार्ड नंबर दो की इस बच्ची को निमोनिया के चलते टांडा मेडिकल कॉलेज जांच के लिए लाया गया था। 20 फरवरी की रात को बच्ची के सैंपल लिए गए, जिसके बाद बच्ची में कोरोना पाया गया।
लंबे समय बाद टांडा मेडिकल कॉलेज में कोरोना मरीज मिला है। यहां 11 माह की बच्ची की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव पाई गई है। यह पुष्टि बच्ची के सैंपल की जांच के बाद हुई है। बच्ची टांडा मेडिकल कॉलेज में भर्ती है।पुराना कांगड़ा के वार्ड नंबर दो की इस बच्ची को निमोनिया के चलते टांडा मेडिकल कॉलेज जांच के लिए लाया गया था।
20 फरवरी की रात को बच्ची के सैंपल लिए गए, जिसके बाद बच्ची में कोरोना पाया गया। इसके बाद परिजनों के लिए सैंपल लिए गए, जिसके पता चल सके की वायरस कहां से आया। लेकिन परिजनों में कोरोना की रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं 11 माह की बच्ची की अब स्वस्थ है। बच्ची में कोरोना वायरस कहां से आया है स्वास्थ्य विभाग इसकी जांच कर रहा है।
सैंपल की रिपोर्ट जांच के लिए भी भेजी गई है। रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा कि बच्ची में कोरोना का कौन सा वेरियंट पाया गया है। जानकारी के अनुसार प्रदेश में कोरोना वायरस का सबसे पहला मामला भी जिला कांगड़ा में ही आया था। वहीं कोरोना के कारण हुई मौत भी सबसे पहले जिला कांगड़ा में ही दर्ज की गई थी। सबसे बड़ा जिला होने के कारण कांगड़ा में कोरोना में खूब कहर भरपाया था।
उधर, राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा के एमएस डॉ. मोहन ने बताया कि 20 फरवरी को बच्ची में कोरोना वायरस पाया गया था। बच्ची कांगड़ा के वार्ड नंबर दो की निवासी है।
बच्ची को निमोनिया के चलते टांडा में भर्ती करवाया गया है, फिलहाल उसका वहां उपचार चल रहा है।