सोलन में हिमाचल पथ परिवहन निगम की नियमित रूप से बसे ना चलने से यात्री परेशान है । कई ऐसे रूट है जिनमे निगम के गैर जिम्मेदाराना रवैये के चलते रविवार को सरकारी बसे नहीं चलती। उनमें से एक रूट सोलन शलूमना कंडाघाट भी है । यहां पर निगम की लचर कार्यप्रणाली के चलते रविवार को निगम की बसे नहीं चल रही है। जिस से करीब 6 पंचायतो के हजारों लोग परेशान है। लोगो को भारी भरकम किराया देकर अपने काम करवाने ऑटो करके शहर पहुचना पड़ रहा है।
जिस से ग्रामीणों में रोश है । रविवार को भी जब इस रूट पर बसे नहीं आयी तो ग्राम पंचायत धरोट की प्रधान कमलेश कुमारी ने हिमाचल पथ परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक सोलन सुरेंद्र राजपूत से संपर्क किया तो आर एम सोलन ने बताया कि चालक परिचालक। कंडाघाट में ही बस खड़ी कर के चले गए। वहीं जब निगम के दूरभाष नम्बर 01792 226040 पर ग्रामीणों ने बस ना आने के कारण वहां कार्यरत कर्मचारी चमन से पूछा तो उन्होंने पहले तो बस आने की बात कही की बस आयी है व कंडक्टर उनके पास है ।
वहीं करीब 5 मिनेट बाद जब उक्त कर्मचारी से फिर से पूछा गया कि बस यहां नहीं आयी जनता परेशान है तो उन्होंने कहा कि कंडाघाट में ही बस खड़ी है । व कंडक्टर के बयान लिखे जा रहे है की वह क्यों बिना किसी को बताए रुट अधर में छोड़ कर आ गए । निगम की इस लचर कार्यप्रणाली से जनता परेशान है व स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल से विभाग की कार्यप्रणाली की शिकायत करने जाएगी।
वहीं ग्राम पंचायत धरोट की प्रधान कमलेश कुमारी ने बताया कि उन्होंने लिखित में रविवार को बसे ना चलने की शिकायत क्षेत्रीय प्रबंधक को खुद जा कर दी है । बावजूद इसके कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि आज भी जब उनकी बात आर एम सोलन से हुई तो उन्होंने बताया कि बस कण्डाघाट तक आयी । ग्राम पंचायत प्रधान ने कहा कि वह ग्रामीणों के साथ इस मामले को उपायुक्त सोलन व स्वास्थ्य मंत्री के समक्ष रखेगी।
उन्होंने कहा की परिवहन विभाग तो कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। वहीं इस बारे जब बस अड्डे सोलन पर सोलन से जानकारी ली गयी तो वहां कार्यरत चमन ने बताया कि बस आधे में ही छोड़ कर परिचालक आ गया व उसके बयान लिखे जा रहे है । निश्चित तौर पर निगम की लचर कार्यप्रणाली से जनता बदहाल है व आर एम सोलन विभागीय कर्मचारियों पर नकेल कसने में नाकामयाब दिखाई दे रहे है जिसके चलते आये दिन कई रुट बाधित हो रहे है व जनता परेशान हो रही है। पंचायत प्रधान व ग्रामीणों ने बताया कि इस तरह की समस्या उन्हें इस स पहले कभी नही आई।