पत्रकाराें से अनौपचारिक बातचीत में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि विक्रमादित्य सिंह ने स्टेच्यू बनाने की बात की है, उसे बनाएंगे।
सियासी संकट टलते ही सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने एकाएक एक्शन मोड में आकर डैमेज कंट्रोल को तेज कर दिया है। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह सम्मानित नेता हैं और उनकी प्रतिमा लगाई जाएगी। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के पुत्र और लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने एक दिन पहले बुधवार को इस मामले को उठाते हुए मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने शिमला के रिज मैदान पर वीरभद्र सिंह की प्रतिमा लगाने के लिए जमीन उपलब्ध नहीं करवाने का मुद्दा उठाया था। वह अपने पिता और अपनी अनदेखी की बात कर भावुक हो गए थे।
वीरभद्र सिंह की पत्नी सांसद प्रतिभा सिंह भी इस मुद्दे को लगातार उठा रही हैं। पत्रकाराें से अनौपचारिक बातचीत में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि विक्रमादित्य सिंह ने स्टेच्यू बनाने की बात की है, उसे बनाएंगे। कई जगह राज्य के नेताओं और कई जगहों पर राष्ट्रीय नेताओं के स्टेच्यू लगाए जाने हैं। इसके लिए जमीन की कोई मसला नहीं है। उन्होंने कहा कि विक्रमादित्य सिंह ने भावनात्मक बात की है। वह छोटे भाई की तरह है। वह बात करते रहते हैं।
लगातार दूसरे दिन बुलाई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई
– एक्शन मोड में आकर मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने लगातार दूसरे दिन राज्य मंत्रिमंडल की बैठक बुला ली है। यह बैठक शुक्रवार को दोपहर बाद चार बजे होगी। इससे पहले वह जिला सोलन के धर्मपुर में एक जनसभा में शिरकत करेंगे।
पहले आर्थिक, प्राकृतिक और अब राजनीतिक आपदा से निपटा हूं : सुक्खू
सुक्खू ने कहा कि राज्य में पहले आर्थिक समस्या रही, उसके बाद प्राकृतिक आपदा आई। अब राजनीतिक आपदा से निपटा हूं। मुख्यमंत्री बोले कि भाजपा से कहेंगे कि वे जनमत का सम्मान करें। जनता ने पांच साल के लिए कांग्रेस को चुना है। वे जनता की अदालत में जाएं और सवाल पूछें। उन्होंने कहा कि छह बागियों के बावजूद भाजपा के पास कहां बहुमत था। जब वित्त विधेयक पारित हो रहा था तो छह विधायकों को निकाला नहीं गया था। उन्हें बैठना चाहिए था। राजनीतिक लाभ के लिए तरह-तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं। भाजपा की नीयत में खोट है।
सरकार-संगठन की बातें बाहर न लाने की हिदायत
प्रदेश कांग्रेस में व्याप्त सभी मतभेद दूर कर दिए गए हैं। सरकार-संगठन की बातें बाहर न लाने की हिदायत देते हुए आपरेशन लोट्स की संभावनाओं को भी खत्म करने का दावा किया गया है। शाम को सियासी तूफान थमने के बाद मुख्यमंत्री आवास ओकओवर शिमला में आयोजित प्रेस वार्ता में कांग्रेस पर्यवेक्षकों ने लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटने के निर्देश दिए। पार्टी पर्यवेक्षक और कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि राज्यसभा चुनाव हारने के दुख से अब बाहर निकलना होगा।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने संयुक्त प्रेस वार्ता में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू, उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह सहित सभी मंत्रियों, विधायकों को साथ बैठाकर एकजुटता भी दिखाई। डीके शिवकुमार और भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि हमने कांग्रेस के सभी विधायकों से बात की है। सारे मतभेद दूर हो गए हैं। हम सरकार और पार्टी संगठन में समन्वय समिति बना रहे हैं। इसका एलान दिल्ली से किया जाएगा। कमेटी में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू, उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह और तीन अन्य नेता होंगे। इस समिति का काम सरकार और संगठन में आपसी सहमति बनाना होगा।
तीन लोगों के नाम हाईकमान की मंजूरी के बाद घोषित किए जाएंगे। प्रदेश अध्यक्ष ने नामों की सूची सौंप दी है। उन्होंने कहा कि सभी एकजुट हैं। संगठन ने सरकार को पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया है। लोकसभा चुनाव को मिलकर लड़ा जाएगा। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि जो राज्यसभा का चुनाव हुआ, पार्टी को अफसोस है कि पार्टी ने एक सीट खो दी। कारण सभी को मालूम हैं। सभी विधायकों से सहमति बनी है। आगे से एक होकर लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे और पार्टी को जीत दिलाएंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी हाईकमान ने सुखविंद्र सिंह सुक्खू को मुख्यमंत्री चुना है। इनका चयन प्रदेश अध्यक्ष की मांग पर हुआ है। उन्होंने कहा कि यहां बीजेपी का ऑपरेशन लोट्स नहीं चलेगा। उन्होंने कहा कि विधायकों के निष्कासन का आदेश विधानसभा अध्यक्ष ने सुनाया है। विधानसभा सदन से लेकर परिसर में क्या हुआ, यह सभी को पता है। पार्टी के चीफ व्हिप ने इसकी पूरी जानकारी विधानसभा अध्यक्ष को दी थी। डीके शिवकुमार ने कहा कि राज्य में कांग्रेस की सरकार है और सुखविंद्र सिंह सुक्खू मुख्यमंत्री हैं।
तालमेल बनाकर चारों लोकसभा सीटें जीतेगी कांग्रेस : प्रतिभा
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा कि लोकसभा चुनाव हमारी अगली चुनौती है। राज्यसभा चुनाव में मिली हार पर हमें दुख है। पार्टी पहले भी मजबूत थी और आज भी मजबूत है। छोटी-मोटी बातें बातचीत से हल हो गई है। सरकार और संगठन में तालमेल की मैनें बात रखी, इसके लिए समन्वय समिति बनाने का फैसला लिया है। समिति के माध्यम से मामले हल किए जाएंगे। हिमाचल की चारों लोकसभा सीटें बेहतर तालमेल बनाकर जीती जाएंगी। पार्टी कार्यकर्ता और पदाधिकारी फील्ड में जुट गए हैं। उन्होंने कहा कि समन्वय समिति में वरिष्ठ नेताओं को शामिल किया जाएगा।