सीमा सुरक्षा बल के इंदौर स्थित केंद्रीय आयुध एवं युद्ध कौशल विद्यालय में आठ हफ्तों के कठिन प्रशिक्षण में अच्छा रैंक लेकर सब इंस्पेक्टर सुमन ने यह मुकाम हासिल किया है।
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले की बेटी सुमन कुमारी ने बीएसएफ की पहली महिला स्नाइपर बनकर इतिहास रच दिया है। सीमा सुरक्षा बल के इंदौर स्थित केंद्रीय आयुध एवं युद्ध कौशल विद्यालय में आठ हफ्तों के कठिन प्रशिक्षण में अच्छा रैंक लेकर सब इंस्पेक्टर सुमन ने यह मुकाम हासिल किया है।
56 पुरुष प्रशिक्षुओं के बीच अकेली महिला ने प्रशिक्षण लेकर बहादुरी दिखाई है। अब तक बीएसएफ में यह कोर्स देश में किसी भी महिला जवान ने नहीं किया था। सुमन मंडी के तुंगल घाटी के छोटे से गांव कुटल की रहने वाली हैं। 28 वर्षीय सुमन बीएसएफ की पंजाब यूनिट में उपनिरीक्षक के पद पर तैनात हैं। 2019 में परीक्षा देने के बाद वह 2021 में बीएसएफ में भर्ती हुईं।
पंजाब में एक प्लाटून की कमान संभालते हुए सीमा पार से स्नाइपर हमलों के खतरे का अहसास होने के बाद सुमन ने स्नाइपर कोर्स का संकल्प लिया। सुमन ने स्वेच्छा से स्नाइपर कोर्स के लिए आवेदन किया। सीनियर ने भी उसकी बहादुरी को देखते हुए उसका मनोबल बढ़ाया और कोर्स के लिए मंजूरी दे दी।
प्रशिक्षित स्नाइपर को दुर्गम परिस्थितियों में अपनी पहचान छुपाकर कार्रवाई करने की विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जाता है। तीन किलोमीटर से भी ज्यादा दूरी से दुश्मन पर अचूक निशाना लगा सकने में सक्षम होते हैं। आठ सप्ताह के कठिन बीएसएफ स्नाइपर कोर्स में इंस्ट्रक्टर ग्रेड पाने वाली पहली महिला का खिताब भी सुमन के नाम हो गया है।