संसदीय क्षेत्र में 7,58,430 पुरुष मतदाता हैं, जबकि 7,28,712 महिला मतदाता हैं। 11,64, 896 मतदाता कांगड़ा जिला के 13 विधानसभा क्षेत्रों में हैं, जबकि 3,22,246 के करीब मतदाता चंबा जिला के चार विधानसभा क्षेत्रों में हैं।
कांगड़ा-चंबा सीट पर प्रत्याशियों की जीत की चाबी पुरुष मतदाताओं के हाथ में रहेगी। 17 विधानसभा क्षेत्रों वाले क्षेत्र में 14.87 लाख मतदाता हैं। इसमें 20 हजार से अधिक सर्विस वोटर भी हैं। संसदीय क्षेत्र में 7,58,430 पुरुष मतदाता हैं, जबकि 7,28,712 महिला मतदाता हैं।
11,64, 896 मतदाता कांगड़ा जिला के 13 विधानसभा क्षेत्रों में हैं, जबकि 3,22,246 के करीब मतदाता चंबा जिला के चार विधानसभा क्षेत्रों में हैं। नए मतदाताओं का पंजीकरण जारी है, लेकिन अभी तक 17 विधानसभा क्षेत्रों में पुरुष मतदाताओं की संख्या महिला मतदाताओं से अधिक है। महिलाओं की तुलना में 29718 पुरुष मतदाता अधिक हैं। वहीं कांगड़ा जिला के अंतर्गत सुलह विधानसभा क्षेत्र मतदाताओं की संख्या में संसदीय क्षेत्र में पहले पायदान पर है।
यहां 106462 मतदाता हैं। जबकि दूसरे नंबर पर जवाली विधानसभा क्षेत्र है, यहां पर 95 हजार के करीब मतदाता हैं। तीसरे नंबर पर 88372 मतदाताओं के साथ इंदौरा विधानसभा क्षेत्र है। संसदीय क्षेत्र में सबसे कम मतदाता डलहौज विधानसभा क्षेत्र में हैं, यहां कुल मतदाताओं की संख्या 70326 के करीब है। हालांकि लोकतंत्र के इस पर्व में महिला और पुरुष सभी मतदाताओं की अहम भूमिका रहती है।
इसके चलते सभी दलों के प्रत्याशी महिला और पुरुष मतदाताओं को रिझाने का प्रयास करते हैं। देखना दिलचस्प रहेगा कि संसदीय क्षेत्र में प्रत्याशी की जीत में पुरुष मतदाता अधिक मतदान करते हैं या महिला मतदाता। चुनाव आयोग के निर्देशानुसार मतदाताओं को जागरूक करने के लिए कार्यक्रम चल रहे हैं।