
प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला की ओर से कॉलेजों में बीए प्रथम वर्ष राजनीतिक विज्ञान विषय की परीक्षा ली गई थी। ये परीक्षा शाम के सत्र में ली गई।
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला की ओर से कॉलेजों में बीए प्रथम वर्ष राजनीतिक विज्ञान विषय की परीक्षा ली गई थी। ये परीक्षा शाम के सत्र में ली गई। लेकिन पूरा पेपर आउट ऑफ सिलेबस देखकर विद्यार्थी हक्के-बक्के रह गए। इस दौरान बच्चों ने अध्यापकों से पेपर को लेकर ऐतराज जताया।
विद्यार्थियों ने कॉलेज और यूनिवर्सिटी प्रशासन को शिकायत भेजी है और पेपर दोबारा करवाने की मांग की है। शुक्रवार को राजकीय महाविद्यालय शाहपुर में शिकायत देने पहुंचे विद्यार्थी पियांश चम्याल, शगुन महाजन तुषार, पल्लवी, तनु और अंकिता ने बताया कि गुरुवार शाम को बीए प्रथम वर्ष राजनीतिक विज्ञान का फाइनल पेपर था।
लेकिन पेपर बीए के स्तर का नहीं था। सभी प्रश्न आउट ऑफ सिलेबस थे। जो किताबें उन्होंने पढ़ी थीं, उसमें एक भी प्रश्न नहीं था। शाहपुर कॉलेज में लगभग 200 बच्चों ने बीए प्रथम वर्ष राजनीतिक विज्ञान की परीक्षा दी। उन्होंने यूनिवर्सिटी प्रशासन से मांग की है कि इस विषय की परीक्षा दोबारा करवाई जाए। । वहीं, शाहपुर कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर विश्वजीत ने कहा कि उन्होंने भी 28 साल तक राजनीतिक विज्ञान विषय को पढ़ाया है।
उन्होंने आज तक बीए में इस स्तर का प्रश्नपत्र नहीं देखा। उन्होंने दावे से कहा कि कॉलेज के अध्यापक भी इस प्रश्नपत्र को हल नहीं कर सकते। यूनिवर्सिटी प्रशासन को इसके बारे में मेल के माध्यम से अवगत करवाया जाएगा। उन्होंने यूनिवर्सिटी प्रशासन से मांग की कि इस पर कड़ा संज्ञान लिया जाए और पेपर सेट करने वाले अध्यापक से इसके बारे में कारण पूछा जाए और उसके खिलाफ कड़ी करवाई की जाए। उन्होंने मांग की कि बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए उक्त पेपर दोबारा करवाया जाए