यह खास रिपोर्ट इग्नोर मत करिएगा। आपने फिल्मों में हीरो तो खूब देखे होंगे, मगर रियल लाइफ हीरो कम ही नजर आते हैं। ऐसे ही रियल लाइफ हीरो वाला काम करके दिखाया चौपाल के ऋतिक सतलाइक ने, जब उसने दो बच्चों को ट्रेन की चपेट में आने से तो बचा दिया, लेकिन खुद की टांगे खो दी।
इस युवक की जितनी तारीफ की जाए, उतनी कम है, मगर सिर्फ तारीफ से कुछ खास नहीं होगा क्योंकि इसे अभी इलाज के लिए लाखों की दरकार है। ऋतिक पीजीआई चंडीगढ़ में लाचार बिस्तर पर पड़ा है। इस जांबाज युवक ने नन्हे बच्चों की जान बचाने के लिए अपनी टांगों की कुर्बानी तो दे दी, मगर आर्थिक रूप से कमजोर और जिंदादिल ऋतिक अब लोगों से मदद की गुहार लगा रहा है। इस हादसे में ऋतिक ने अपनी एक टांग गवां दी और दूसरी में रोड डली है।
चौपाल के गगना गांव का 24 वर्षीय ऋतिक पेशे से सोलन में सिक्योरिटी गार्ड था, जहां वह मुस्तैदी से अपनी ड्यूटी करता था वहीं ड्यूटी के बाद भी उसने इंसानियत की मिसाल पेश करते हुए अपने फर्ज को बखूबी निभाया। जैसा काम इसने किया, शायद ही कोई ऐसा कर पाता। हुआ यूं की सोलन शहर के क्लीन इलाके में दो छोटे-छोटे बच्चे रेलवे ट्रैक के पास से बाजार की तरफ जा रहे थे। इसी दौरान ट्रेन को आता देख जब वह डर गए और डर के मारे ट्रैक पर ही रोते-बिलखते रहे तो यहां से गुजर रहे ऋतिक ने उन्हें देखा और वह भागकर उनके पास गया।
उसने दोनों बच्चों को धक्का देकर बचा तो लिया, लेकिन वह खुद ट्रेन की चपेट में आ गया और उसकी दोनों टांगे ट्रेन की जद में आ गई। एक टांग तो उसकी मौके पर ही धड़ से अलग हो गई थी, जबकि दूसरी टांग भी बुरी तरह प्रेस हो गई। ऋतिक बुरी तरह घायल होने के बाद अचेत हो गया और वहां खून का मानों तालाब भर गया हो। वहां से गुजर रहे लोगों ने जब ऋतिक को अचेत अवस्था में देखा तो उसे तुरंत सोलन अस्पताल ले गए, जहां से उसे गंभीर हालत के चलते पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया। मौजूदा समय वह पीजीआई में उपचाराधीन है।
यह स्टोरी किसी फिल्मी सीन से कम नहीं, जहां हीरो को सर आंखों पर बिठा लिया जाता है। अब जरूरत है समाज को कि वो भी इस रियल लाइफ हीरो ऋतिक को सर आंखों पर बिठाए और उसे इस पीड़ादायक घड़ी में दिल खोलकर मदद करे।
ऋतिक की एक टांग पूरी तरह से कट गई है तो दूसरी टांग में रॉड डली है, ऐसे में ऋतिक एक बार फिर अपने पैरों पर खड़ा होना चाहता है।
ऋतिक की एक छोटी सी गुहार है कि उसकी इलाज में मदद की जाए और वह अपनी न सही आर्टिफिशल टांग पर तो खड़ा हो पाए। मगर यह आर्टिफिशल टांग भी लाखों में आती है। ऐसे में गरीब परिवार का यह होनहार बेटा अब लोगों से मदद की आस लगाए बैठा है। उधर, ऋतिक के परिजनों ने प्रदेश सरकार से गुहार लगाई है कि ऋतिक को इलाज में मदद सहित रोजगार का साधन मुहैया करवाया जाए।
यह सुन कर भी मन सिहर उठता है। ऐसे में जिस किसी से जो भी बन पाता है, इस बेटे की मदद करें। आप गूगल पे नंबर Google Pay : 86288-89425 पर मदद भेजें।