# शिमला शहर के साथ लगते बरमू गांव में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बना सिरदर्द …

स्मार्ट सिटी शिमला के साथ लगते सनोडन नाला यानी बरमू में बने शिमला जल प्रबंधन निगम के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की खस्ता हालत का खामियाजा यहां की आठ पंचायतों को भुगतना पड़ रहा है। प्लांट की मशीनरी काफी पुरानी हो गई है, जिसके चलते सीवरेज खुले में बह रहा है। लोगों ने गंदी बदबू के चलते खेती करना तक छोड़ दिया है। रिश्तेदार भी गांव में मेहमानी करने से परहेज कर रहे हैं और डायरिया व पीलिया जैसी गंभीर बीमारियों से लोग ग्रस्त हो रहे हैं। प्रशासन से कई बार गुहार लगाई गई लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ।


आसपास की पंचायतों के लोगों का कहना है कि यहां से जो भी पानी बह रहा है, वह करीब आठ पंचायतों के लोग पीने के लिए भी इस्तेमाल करते हैं और साथ ही कई पंचायतों के लोग यहां पर इस पानी का इस्तेमाल खेती करने में भी इस्तेमाल लाते हैं। लेकिन यहां के पानी से खेती भी नहीं हो पा रही है। अधिकतर सब्जियां इस पानी से खराब भी हो रही हैं। किसानों की आमदनी पर भी बुरा असर पड़ रहा है।

गांव के लोगों ने कंपनी को कई बार शिकायतें की हैं, लेकिन इस सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का कार्य रफ्तार ही नहीं पकड़ रहा है। बरमू में सीवरेज ट्रीटमेंट के आसपास बाड़बंदी तो की गई है, लेकिन इसके गेट खुले रहते हैं, जिसमें कई बार पशु घुस जाते हैँ और प्लांट में गिरने से कई पशुओं की मौत भी हो गई है। प्लांट से आसपास के जंगलों की घास भी जहरीली हो गई है, जिससे पशुओं को भी बीमारियां फैल रही हैं। 


गौरतलब है कि बरमू में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट 2005 का बना हुआ है। ट्रीटमेंट प्लांट की सारी मशीनें खराब हो गई थी। ऐसे में कंपनी को यहां पर नई मशीनों को लगाने के आदेश दिए थे। जो कार्य 2021 को पूरा किया जाना था, लेकिन 2024 तक भी कार्य पूरा नहीं हुआ है। ऐसे में लोगों ने मांग की है कि इस सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का कार्य शीघ्रता से किया जाए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *