प्रदेश में कांग्रेस के लोकसभा और विधानसभा उपचुनाव के प्रत्याशी इसी सप्ताह तय हो सकते हैं।
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के लोकसभा और विधानसभा उपचुनाव के प्रत्याशी इसी सप्ताह तय हो सकते हैं। 26 या 27 अप्रैल को नई दिल्ली में कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक होना प्रस्तावित है। कांगड़ा और हमीरपुर संसदीय सीट से मजबूत प्रत्याशियों की तलाश में पार्टी जुटी हुई है। विधानसभा उपचुनाव के लिए छह हलकों में प्रत्याशी तय करने को पार्टी की ओर से इन दिनों सर्वे करवाया जा रहा है। एक-दो दिनों में सर्वे की रिपोर्ट आने के बाद पैनल बनाकर हाईकमान को भेजे जाएंगे।विज्ञापन
प्रदेश में लोकसभा और विधानसभा उपचुनाव अंतिम चरण में एक जून को होने हैं। चुनावों की अधिसूचना सात मई को जारी होगी। इसके बाद नामांकन की प्रक्रिया शुरू होगी। ऐसे में कांग्रेस प्रत्याशियों के चयन में कोई जल्दबाजी नहीं कर रही है। पार्टी सूत्रों ने बताया कि कांगड़ा और हमीरपुर से संभावित प्रत्याशियों का पैनल प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से पहले ही केंद्रीय चुनाव समिति को सौंप दिया गया है।विज्ञापन
इसमें कुछ विधायकों के नाम भी शामिल हैं। इसके अलावा विधानसभा उपचुनाव के लिए सर्वे के आधार पर सामने आने वाले जिताऊ नेताओं के नामों का पैनल बनाकर केंद्रीय चुनाव समिति की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू धर्मशाला और सुजानपुर का दौरा कर चुके हैं। मुख्यमंत्री भी दौरे से लौटकर संभावित प्रत्याशियों की सूची में फेरबदल करेंगे।विज्ञापन
कांग्रेस जल्द उतारेगी प्रत्याशी, चिंता न करे भाजपा : किमटा
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के संगठन महामंत्री रजनीश किमटा ने कहा कि पार्टी जल्द सभी प्रत्याशियों की घोषणा करेगी। भाजपा को इस बारे में चिंता नही करनी चाहिए। सोमवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में मीडिया से बातचीत में किमटा ने कहा कि प्रदेश में अंतिम चरण में चुनाव होने हैं। सात मई से प्रदेश में नामांकन प्रक्रिया शुरू होगी। इस दौरान कांग्रेस के स्टार प्रचारक प्रदेश के चुनाव प्रचार में उतरेंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी ने प्रचार-प्रसार का खाका तैयार कर लिया है।
शिमला और मंडी संसदीय क्षेत्र में पार्टी प्रत्याशी विनोद सुल्तानपुरी और विक्रमादित्य सिंह ने प्रचार शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि जल्द ही मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू, उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री सहित सभी नेता, मंत्री भी प्रदेश के दौरे पर जाकर सभाओं को संबोधित करेंगे। किमटा ने कहा कि पार्टी से निष्कासित नेताओं की घर वापसी का कोई भी फैसला केंद्रीय आलाकमान ही करता है। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गंगूराम मुसाफिर की घर वापसी का मामला आलाकमान के पास लंबित पड़ा है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि मुसाफिर ने पार्टी में शामिल होने के लिए बिना शर्त गुहार लगाई है, पर चूंकि यह पूरा मामला अनुशासन समिति की अनुशंसा से केंद्रीय आलाकमान के पास गया है और जल्द ही इस पर गुण-दोष के आधार पर कोई निर्णय होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने भी उन्हें पार्टी में शामिल करने की अनुशंसा की है। किमटा ने भाजपा नेताओं के उस आरोप पर भी कड़ी प्रतिक्रिया दी, जिसमें वह प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं। कहा कि भाजपा को चश्मा बदल लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा इस प्रकार के बयान देकर प्रदेश के शांत वातावरण को अशांत करने का असफल प्रयास कर रही है। उन्होंने दावा किया कि प्रदेश में कांग्रेस चारों लोकसभा सीटों व छह विधानसभा उपचुनावों में शानदार जीत हासिल करेगी।