मंडी में डीजीपी संजय कुंडू ने पांच जिलों के पुलिस अधीक्षकों के साथ चुनावी तैयारियों पर की गई समीक्षा बैठक की। जिसके बाद उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश में 17,000 पुलिस कर्मचारी और 8,000 होमगार्ड चुनावी रण की बागडोर संभालेंगे। इसमें सभी जिलों के इंतजाम बेहतर हैं। सभी एसपी ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर योजनाएं बताई हैं। उससे वह संतुष्ट हैं।
हिमाचल प्रदेश में 17,000 पुलिस कर्मचारी और 8,000 होमगार्ड चुनावी रण की बागडोर संभालेंगे। वहीं, बाहरी राज्यों से भी शांतिपूर्ण चुनाव करवाने के लिए पुलिस की टीमें आएंगी। यह बात डीजीपी संजय कुंडू ने मंडी पुलिस लाइन में पांच जिलों के पुलिस अधीक्षकों के साथ चुनावी तैयारियों पर की गई समीक्षा बैठक के बाद मीडिया से कही। डीजीपी संजय कुंडू ने कहा कि प्रदेश में लोकसभा चुनावों को शांतिपूर्ण ढंग से करवाने के लिए सभी एसपी के साथ बैठक में तैयारियों की समीक्षा की है। इसमें सभी जिलों के इंतजाम बेहतर हैं। सभी एसपी ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर योजनाएं बताई हैं। उससे वह संतुष्ट हैं।
डीजीपी ने कहा कि इस बार की पुलिस की तैयारियां पूर्व से बेहतर हैं। लोकसभा चुनावों में नामांकन से लेकर नतीजों तक का हर चरण में पुलिस मुस्तैद है। इसलिए हर चरण के लिए पुलिस पूरी तरह से तैयार है। आने वाला पहला चरण नामांकन का है इसलिए प्रत्याशियों की स्थिति को देखते हुए उनको सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। इसके लिए पुलिस ने 107 इंटर स्टेट नाके लगाए हैं।
डीजीपी ने कहा कि एक हजार किलोमीटर के करीब बार्डर हैं। इसमें 240 चीन के साथ, 252 पंजाब के साथ 216 जम्मू के साथ, 60 लद्दाख, हरियाणा के साथ 100 के करीब यूपी से 2 किलोमीटर है। मंडी रेंज में पांच जिलों में बहुत संवेदनशील क्षेत्र हैं। इसमें हमीपुर के सुजानपुर, बड़सर और लाहौल-स्पीति में भी हैं। इनमें सभी इंतजाम कर दिए हैं। इसके अलावा इंटर डिस्ट्रिक्ट भी नाके लगाए हैं। इस मौके पर डीआईजी मंडी रेंज जी शिवा कुमार, एसपी मंडी साक्षी वर्मा, एसपी कुल्लू डॉ. कार्तिकेयन गोकुलचंद्रन, एसपी हमीरपुर, एएसपी बिलासपुर, एसपी लाहौल-स्पीति शामिल रहे।