मुख्य लामा ने श्रीश्री को सम्मानित भी किया और मठ के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर उनके साथ जिला प्रशासन के अधिकारी भी उपस्थित रहे।
आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने वीरवार को पालमपुर के निकट जिया स्थित डोरजोंग मठ संस्थान का दौरा किया। उन्होंने इस अवसर पर मठ के प्रमुख लामा से मुलाकात की। मुख्य लामा ने श्रीश्री को सम्मानित भी किया और मठ के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर उनके साथ जिला प्रशासन के अधिकारी भी उपस्थित रहे।
धौलाधार पर्वत शृंखला के तल पर स्थित डोरजोंग मठ संस्थान (डीएमआई) बुद्ध धर्म के अध्ययन और अभ्यास के लिए एक स्थान है। यह संस्थान धर्मशाला से लगभग 20 किमी दूर गोपालपुर गांव के पास स्थित है। इसकी स्थापना आठवें क्याबजे दोरजोंग रिनपोछे ने बौद्ध धर्म और द्रुक्पा काग्यू समुदाय को संरक्षित करने के लिए एक सुंदर स्थान पर की थी जो देवदार के जंगलों से ढका हुआ है।
डीएमआई में जांगस्कर, लाहौल-स्पीति, किन्नौर जैसे हिमालयी सीमावर्ती पहाड़ी क्षेत्रों के छात्रों और भारत में रहने वाले तिब्बतियों को बुद्ध धर्म और अपने पूर्वजों की परंपरा का अध्ययन और अभ्यास करने का अवसर मिलता है।विज्ञापन
यहां बौद्ध त्योहार, प्रार्थनाएं और समारोह भी आयोजित किए जाते हैं और जरूरतमंद स्थानीय आबादी को चिकित्सा सहायता प्रदान की जाती है। इस संस्थान को पीली छत वाले मठ के रूप में भी मान्यता प्राप्त है। वहीं वीरवार रात करीब साढ़े दस बजे पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी गोपालपुर स्थित आश्रम में श्रीश्री रविशंकर के साथ मुलाकात की और उनका आशीर्वाद लिया।