प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी से चुनाव लड़ सकते हैं, तो आनंद शर्मा कांगड़ा से क्यों नहीं। यह कहना है। यह कहना है मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू का। अपने नादौन प्रवास के दौरान पत्रकारों से बातचीत के दौरान आनंद शर्मा को लोकसभा चुनावों में कांगड़ा से प्रत्याशी बनाए जाने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात छोडक़र वाराणसी से चुनाव लड़ सकते हैं, तो पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा कांगड़ा लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में क्यों नहीं उतर सकते।
वह तो हिमाचल प्रदेश के शिमला के रहने वाले हैं और पूरा राज्य उनका घर है। सीएम ने कहा कि बड़ी खुशी की बात है, आनंद शर्मा को कांगड़ा से टिकट मिली है। वह अच्छे वक्ता हैं, उनकी राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर अच्छी पकड़ व समझ है। वह राष्ट्रीय स्तर पर जाने-पहचाने चेहरे हैं। संसद में उनकी आवाज गूंजने पर हिमाचल को लाभ होगा। आनंद शर्मा ने पूर्व यूपीए सरकार में केंद्रीय मंत्री रहते कांगड़ा के लिए बड़े प्रोजेक्ट व कार्यालय लाए हैं।
कांगड़ा में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी, इंदौरा में डेढ़ सौ करोड़ रुपए की लागत का इंडस्ट्रियल पार्क, चाय बागवानों के लिए नेशनल टी बोर्ड का रीजनल सेंटर आनंद शर्मा ने खुलवाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आनंद पार्टी का बड़ा चेहरा हैं, वह संसद में कांग्रेस विचारधारा का प्रतिनिधित्व करेंगे।
भाजपा के तीनों सांसद प्रदेश में आई इतिहास की सबसे बड़ी प्राकृतिक आपदा के दौरान केंद्र सरकार से विशेष राहत पैकेज दिलाने में विफल रहे। आनंद शर्मा केंद्र में बनने वाली कांग्रेस सरकार में अहम भूमिका निभाकर हिमाचल के लिए विशेष पैकेज लाएंगे। हिमाचल में कांग्रेस की लड़ाई बिकाऊ विधायकों और लोकतंत्र की हत्या करने वालों के खिलाफ है।