शिमला में मुख्यमंत्री हेल्प लाइन-1100 को संचालित कर रही कंपनी के खिलाफ की शिकायत पर कंपनी प्रबंधक और कर्मचारियों के बीच मंगलवार दोपहर को जमकर हंगामा हुआ।
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में मुख्यमंत्री हेल्प लाइन-1100 को संचालित कर रही कंपनी के खिलाफ की शिकायत पर कंपनी प्रबंधक और कर्मचारियों के बीच मंगलवार दोपहर को जमकर हंगामा हुआ। कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर और कर्मचारी भिड़ गए। उनमें जमकर लात-घूसे चले। इस दौरान कंपनी के बाकी कर्मचारी भी विवाद में शामिल हो गए। बाद में कंपनी के अधिकारी ने कार्यालय से भागकर जान बचाई। कुछ देर बाद बालूगंज थाना से पुलिस मौके पर पहुंचकर मामले को शांत करवाया।
प्रारंभिक जांच के मुताबिक सीएम हेल्प लाइन को संचालित कर रही कंपनी के खिलाफ हुई शिकायत को लेकर पूरा विवाद हुआ। पुलिस ने मामले में कंपनी प्रबंधक सहित आउटसोर्स कर्मचारियों के बयान दर्ज किए हैं। नगर निगम के टूटीकंडी पार्किंग के भवन में सीएम हेल्प लाइन-1100 का कार्यालय है।
उत्तरप्रदेश की वी विन कंपनी इसका कामकाज देख रही है। हेल्पलाइन के संचालन के लिए लड़कियों एवं लड़कों को बतौर टेली कॉलर रखा है। यहां पर कर्मचारी दो शिफ्टों में ड्यूटी देते हैं। आउटसोर्स कर्मचारियों के मुताबिक 20 अप्रैल को सीएम हेल्पलाइन से कंपनी प्रबंधक के खिलाफ संयुक्त शिकायत श्रम विभाग को दी थी। इसमें कर्मचारियों ने न्यूनतम वेतनमान न देने, एरियर का भुगतान न करने का आरोप लगाया था।
इसके बाद कंपनी प्रबंधक ने इस शिकायत पर कार्रवाई की बजाय काॅल सेंटर के मैनेजर मदन को जिम्मेदार ठहराया। इसके चलते मंगलवार को मदन लाल कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर से बातचीत करने आए थे। इसके बाद कंपनी के अधिकारी और आउटसोर्स कर्मचारियों के बीच का विवाद बहसबाजी में तबदील हो गया। हंगामे के बीच वहां मौजूद कर्मचारी भी कार्यालय से बाहर आ गए। इस पूरी घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ।
कंपनी के कर्मचारियों का आरोप है कि कंपनी के अधिकारी उन्हें पूरी तनख्वाह नहीं दे रहे हैं। इसके अलावा समय पर वेतन और एरियर न देने के भी आरोप लगाए है।
महिला कर्मचारी ने आरोप लगाया है कि ड्यूटी के दौरान उनकी सीसीटीवी फुटेज निकाली जाती है। आउटसोर्स कर्मचारियों ने वेतन, एरियर, महिलाओं से अभद्र व्यवहार और बदसलूकी सहित मानसिक तौर पर प्रताड़ित करने के आरोप लगाए हैं।
निलंबन की धमकी दी
कंपनी प्रबंधक ने मुझे बिना कारण निलंबित करने की धमकी दी है। एक हफ्ते की छुट्टी के बाद मंगलवार को इसी सिलसिले में प्रोजेक्ट मैनेजर से बातचीत करने आया था। प्रोजेक्ट मैनेजर ने इस बीच हाथापाई शुरू की। –मदन लाल, काॅल सेंटर मैनेजर
एरियर का भुगतान जल्द
इस पूरे मामले की रिपोर्ट विभाग को दे दी है। कर्मचारियों को एरियर को लेकर कंपनी से मंजूरी मिल गई है। जल्द ही कर्मचारियों को एरियर का भुगतान किया जाएगा।
राजेश सिंह, प्रोजेक्ट मैनेजर, वी विन