हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि दुनिया तनावपूर्ण स्थिति में है और चल रहे संघर्षों के जल्द खत्म होने की संभावना नहीं है। ऐसे में एक स्पष्ट संदेश जाना चाहिए कि भारत के पास एक मजबूत नेतृत्व है।
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला पहुंचे विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि दुनिया तनावपूर्ण स्थिति में है और चल रहे संघर्षों के जल्द खत्म होने की संभावना नहीं है और इस परिदृश्य में भारत को एक स्थिर सरकार और “नेटवर्किंग, प्रतिष्ठा और सम्मान के साथ” एक मजबूत और शक्तिशाली नेता की जरूरत है। यहां उन्होंने मीडियाकर्मियों के एक समूह से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि रूस-यूक्रेन और इजराइल-गाजा-ईरान में संघर्ष चल रहे हैं और भारतीय सीमाओं पर भी मुद्दे हैं। उन्होंने कहा कि एक स्पष्ट संदेश जाना चाहिए कि भारत के पास एक मजबूत नेतृत्व है।
‘भारत को एक स्थिर सरकार और शक्तिशाली नेता की जरूरत’
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, “दुनिया तनावपूर्ण स्थिति में है और चल रहे संघर्ष इतनी जल्दी खत्म नहीं होंगे और इसलिए भारत को एक स्थिर सरकार, नेटवर्किंग, प्रतिष्ठा और सम्मान के साथ एक मजबूत और शक्तिशाली नेता की जरूरत है।” जयशंकर ने पूछा, “अगर आपका परिवार रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान यूक्रेन में होता, तो आप राष्ट्र के शीर्ष पर किसे चाहते होते – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या कोई और चेहरा।”
‘हमारी सीमाओं पर भी हो सकते हैं संघर्ष’
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मीडियाकर्मियों से कहा कि “मैं आगे चार-पांच साल का कठिन समय देख रहा हूं और मतदाताओं को समझदारी से मतदान करना चाहिए, क्योंकि हमारी सीमाओं पर भी इसी तरह के संघर्ष हो सकते हैं।” चीन सीमा पर 1962 में ली गई जमीन पर सड़क, पुल और मॉडल गांव का निर्माण कर रहा है और उसने पाकिस्तान और भारत के समन्वय से सियाचिन तक सड़क भी बनाई है, सीमा पर सेनाएं तैनात की हैं, रसद में सुधार किया है और भारत-चीन के लिए बजट भी तैयार किया है। विदेश मंत्री ने कहा कि सीमा के लिए बजट को 3000 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 15,000 करोड़ रुपये कर दिया गया है।