अमर उजाला से विशेष बातचीत में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि हमने महिलाओं को 1,500-1,500 रुपये दिए तो भाजपा ने इसका विरोध किया और चुनाव आयोग से शिकायत की, इसे रुकवाया।
हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू मानते हैं कि प्रदेश में लोकसभा की चार सीटों के साथ-साथ विधानसभा की छह सीटों पर होने जा रहा चुनाव उनकी सरकार के कामकाज की भी परीक्षा है
सुक्खू का कहना है कि 15 महीने में उनकी सरकार ने जनता से जुड़े कार्य किए हैं, कई योजनाओं को लागू किया है तो गलत क्या किया। गलत तो भारतीय जनता पार्टी ने किया कि कांग्रेस के छह विधायक खरीदे और नोट के दम पर सत्ता की कुर्सी हथियाने की कोशिश की। अमर उजाला से विशेष बातचीत में उन्होंने कहा कि हमने महिलाओं को 1,500-1,500 रुपये दिए तो भाजपा ने इसका विरोध किया और चुनाव आयोग से शिकायत की, इसे रुकवाया। कहा गया कि फार्म भरवा सकते हैं, तो अब हम फार्म भरवा रहे हैं। 2 लाख 37 हजार महिलाओं के खातों में पैसे डल चुके हैं। जून से सभी महिलाओं को मिल जाएंगे। उनका कहना है कि इस बारे में विपक्ष के आरोप निराधार हैं
भाजपा ने रुकवाये महिलाओं के 1,500 रुपये, जून के बाद देंगे
सुक्खू स्वीकार करते हैं कि उनकी सरकार चुनौतियों का सामना कर रही है। उन्होंने कहा, हमारी पहली चुनौती खराब अर्थव्यवस्था को स्वीकार करते हुए राजस्व में 20 प्रतिशत की वृद्धि करना थी। जयराम ठाकुर पांच साल सोए रहे। हमने 2,200 करोड़ रुपये अधिक राजस्व कमाया। दूसरी चुनौती आपदा लेकर आई। केंद्र से कोई राहत पैकेज न मिलने के बाद 4,500 करोड़ रुपये का राहत पैकेज अपनी ओर से हमने दिया। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत डेढ़ लाख रुपये मिलते थे। सुक्खू ने कहा, मैं आम परिवार से हूं और समझ सकता हूं कि इतने में घर नहीं बनता। इसलिए हमने नियम बदल दिए। जिनका पक्का घर टूटा उन्हें सात लाख रुपये दिए। यह दूसरी चुनौती थी।
जयराम पांच साल सोए रहे, हमने राजस्व में 20 प्रतिशत वृद्धि की
सीएम का कहना है कि तीसरी चुनौती उनके राजनीतिक जीवन में आई कि कांंग्रेस के छह विधायक भाजपा के हाथों बिक गए। सरकार को खतरा पैदा हो गया। उसका भी सामना किया। अब चुनौती हिमाचल को आत्मनिर्भर व देश का सबसे समृद्ध राज्य बनाने की है। उन्होंने कहा, भ्रष्टाचार पर हम चोट करेंगे और हमने की भी है। जहां नौकरियां बिकती थीं, उस राज्य कर्मचारी चयन आयोग को हमने भंग किया, आज नए बनाए राज्य चयन आयोग से भर्तियां की जा रही हैं। हमने रोजगार के अवसर दिए। भाजपा ने पांच साल में केवल 20 हजार को रोजगार दिया, हमने एक साल में 22 हजार अवसर पैदा किए। यह सब मुद्दे कांग्रेस ने जनता के सामने रखे हैं। अब जनता तय करेगी।