ऊना जिले के गगरेट विधानसभा क्षेत्र में स्टार प्रचारकों की जनसभाओं और रैलियों ने कांग्रेस को जहां एक ओर ताकत दी है, तो दूसरी ओर भाजपा मंडल गगरेट एकजुट होकर आगे बढ़ा है।
हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के गगरेट विधानसभा क्षेत्र में स्टार प्रचारकों की जनसभाओं और रैलियों ने कांग्रेस को जहां एक ओर ताकत दी है, तो दूसरी ओर भाजपा मंडल गगरेट एकजुट होकर आगे बढ़ा है। भितरघात दोनों दलों पर हावी होने की बात को नकारा नहीं जा सकता है। इससे मतदाताओं में भी ऊहापोह की स्थिति बनी है। गगरेट विधानसभा में भाजपा के अनुराग ठाकुर ने ताबड़तोड़ पांच जनसभाएं एक ही दिन में कर दीं।
वहीं, कांग्रेस की शीर्ष नेता प्रियंका गांधी और मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सहित उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने गगरेट में बड़ी रैली कर पार्टी उम्मीदवार राकेश कालिया की जीत दर्ज करवाने के अपील की है। स्टार प्रचारकों के आने से विस क्षेत्र में कांग्रेस और भाजपा की आबोहवा बदली है। गगरेट विधानसभा में इस बार चुनावी मुद्दे उभरकर सामने नहीं आ रहे। एक ओर जहां कांग्रेस भ्रष्टाचार और पार्टी के साथ गद्दारी करने वालों को सबक सिखाने को लेकर मुख्य मुद्दे के साथ चुनावी रण में है, तो वहीं भाजपा विकास के मुद्दे पर चुनाव में उतरी है।
गगरेट विधानसभा में इस बार दल-बदल का कोई मुद्दा नहीं रह गया हैं। यदि चैतन्य शर्मा ने कांग्रेस को छोड़ भाजपा का दामन पकड़ा है, तो वहीं कांग्रेस के राकेश कालिया भी 14 माह भाजपा में रह चुके हैं। पिछले चुनाव में जब राकेश कालिया का टिकट काट चैतन्य शर्मा को दी थी। तब राकेश कालिया ने नाराज होकर खेमा बदल लिया था।
चैतन्य शर्मा के अनुसार जो मुख्यमंत्री अपने ही विधायकों का कार्य करने में आनाकानी करते हैं, तो उस सरकार में रहने का कोई औचित्य नहीं हैं। चुनाव के बाद गगरेट के संघनई में डे बोर्डिंग स्कूल का कार्य शुरू करना प्राथमिकता रहेगी। राकेश कालिया के अनुसार गगरेट में जो 14 माह से भ्रष्टाचार का बोलबाला था, उसे समाप्त करना उनकी प्राथमिकता है। गगरेट की जनता ने जिस व्यक्ति को जिताया था, वह जनता की भावनाओं से खेल गया। जनता चुनाव में ऐसे प्रत्याशी को सबक सिखाएगी।