साइकिलिस्ट जसप्रीत पॉल जिन्हें राज्य चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनावों के दौरान अपना स्टेट आइकन बनाया था। जसप्रीत पॉल ने प्रदेश भर में 1250 किमी का सफर साइकिल पर तय करके और साढ़े 22 हजार मीटर का एलिवेशन गेन करके न सिर्फ लोगों को मतदान के प्रति प्रेरित किया बल्कि उन्हें पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया।
आम तौर पर आपने देखा होगा कि किसी विशेष मुहिम के लिए किसी चर्चित चेहरे को आइकन बना दिया जाता है। उसके बाद यह कभी नहीं देखा जाता कि उस चर्चित चेहरे ने बतौर आइकन क्या किया, लेकिन मंडी जिले के जाने-माने साइकिलिस्ट जसप्रीत पॉल ने यह साबित करके दिखा दिया कि आइकन का असली मतलब क्या होता है।
जसप्रीत पॉल को राज्य चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनावों के दौरान अपना स्टेट आइकन बनाया था। जसप्रीत ने चुनाव आयोग के सहयोग से प्रदेश भर में 1250 किमी का सफर साइकिल पर तय करके और साढ़े 22 हजार मीटर का एलिवेशन गेन करके न सिर्फ लोगों को मतदान के प्रति प्रेरित किया बल्कि उन्हें पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया। जसप्रीत ने अपनी पहली राइड शिमला से लाहौल स्पिति जिले के टशीगंग तक की।
टशीगंग विश्व का सर्वाधिक उंचाई पर स्थित मतदान केंद्र है। शिमला, किन्नौर और लाहौल स्पिति जिलों के मतदाताओं के साथ मुलाकात की और उन तक चुनाव आयोग के संदेश को पहुंचाया और अधिक से अधिक मतदान के लिए प्रेरित किया। इसके बाद दूसरी राइड मंडी से चंबा जिले के भरमौर तक की। इसमें मंडी, कांगड़ा और चंबा जिलों के मतदाताओं के साथ मुलाकात करके अधिक से अधिक मतदान का आह्वान किया।
जसप्रीत ने बताया कि अपनी इस यात्रा के दौरान जहां उन्होंने माइनस जनजातीय क्षेत्र में 2 डिग्री तापमान में साइकिल चलाई वहीं, कांगड़ा जिले में 45 डिग्री तापमान में भी खूब पसीना बहाया। शिमला से टशीगंग वाली राइड में जसप्रीत के साथ क्षितिज ठाकुर और भरमौर वाली राइड में सायरस मोहन ने अपनी अहम योगदान दिया। यह दोनों शिमला के रहने वाले हैं। जसप्रीत ने रात-दिन साइकिल पर राइड की और बताया कि यह कार्य जहां चुनौतीपूर्ण था वहीं, इसमें एक नयापन भी था और इसे करके उन्हें एक आत्मिक संतुष्टी की प्राप्ति हुई है।
जसप्रीत ने इस पूरी मुहिम के लिए राज्य चुनाव आयोग का विशेष रूप से आभार जताया है जिनके माध्यम से आज उन्हें यह मौका मिला और वह यह सब करने में कामयाब हो पाए। जसप्रीत ने बताया कि पूरी राइड के दौरान लोगों को मतदान के प्रति प्रेरित तो किया ही, लेकिन युवाओं को विशेष रूप से खेलों के प्रति प्रेरित किया, क्योंकि आजकल की युवा पीढ़ी मैदान से दूर होती जा रही है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे किसी न किसी खेल को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। इसके साथ ही उन्होंने लोगों को पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए यहां की आवो हवा को साफ और स्वच्छ बनाए रखने की अपील भी की।