हिमाचल स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से बीते दिनों जारी किए गए बारहवीं कक्षा के नतीजों में अंग्रेजी विषय में सबसे अधिक 7,784 विद्यार्थी फेल हुए हैं। अंग्रेजी विषय का परीक्षा परिणाम 80 प्रतिशत रहा है। उच्च शिक्षा निदेशालय ने कम परिणाम देने वाले स्कूलों के प्रिंसिपलों से जवाब तलब किया है। गणित का 91, केमिस्ट्री-इतिहास का 92 और फिजिक्स विषय का परिणाम 93 फीसदी रहा, अन्य विषयों में परीक्षा परिणाम 95 से 99 फीसदी के बीच है।
बोर्ड कक्षाओं के परीक्षा परिणाम में और अधिक सुधार लाने के लिए उच्च शिक्षा निदेशालय ने इस वर्ष सामने आई कमियों को दूर करने की कवायद शुरू कर दी है। इसी कड़ी में अपेक्षाकृत कम परिणाम देने वाले स्कूल प्रमुखों से इस संदर्भ में कारण पूछे गए हैं। अंग्रेजी विषय में सबसे अधिक विद्यार्थियों के फेल होने के कारण तलाशने के लिए अलग से भी शिक्षकों की एक टीम बनाने की योजना है। यह टीम पता लगाएगी कि अंग्रेजी विषय में अधिक विद्यार्थियों के पिछड़ने के क्या कारण रहे। अंग्रेजी विषय में कम परिणाम देने वाले स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति की स्थिति क्या थी। शिक्षकों के पढ़ाने के तरीके कैसे रहे। इन बिंदुओं को भी अब जांचने का फैसला लिया गया है। उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत कुमार शर्मा ने बताया कि सभी स्कूलों से रिपोर्ट मांगी गई है। जल्द ही आगामी रणनीति तय की जाएगी।
जुब्बल-कोटखाई के एक स्कूल में आठ बच्चे फेल, प्रिंसिपल को नोटिस
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर के विधानसभा क्षेत्र जुब्बल-कोटखाई के एक स्कूल में दसवीं कक्षा के कुल दस विद्यार्थियों में से आठ फेल हो गए हैं। उच्च शिक्षा निदेशालय ने स्कूल प्रिंसिपल को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाबतलब किया है। उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत कुमार शर्मा ने बताया कि बारहवीं कक्षा में किसी भी स्कूल का परीक्षा परिणाम शून्य नहीं रहा है। जिला उपनिदेशकों के माध्यम से सभी स्कूलों से वार्षिक परिणाम को लेकर रिपोर्ट मांगी गई है।