शुक्र और गुरु ग्रह के उदय होने से ढाई महीने बाद फिर से 10 जुलाई से विवाह की शहनाई गूंजेगी। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार विवाह के लिए शुक्र और गुरु ग्रह को खास माना जाता है। कुंडली में इन दोनों ग्रहों की स्थिति को देखकर ही विवाह के लिए मुहूर्त निकाला जाता है। शुक्र ग्रह 24 अप्रैल और देवगुरु बृहस्पति 06 मई को अस्त हो गए थे। शुक्र और गुरु ग्रह के एकसाथ अस्त होने से विवाह और मांगलिक कार्य ढाई महीने से बंद पड़े थे।
राधा-कृष्ण मंदिर के पुजारी उमेश नौटियाल ने बताया कि शुक्र ग्रह 74 दिन बाद 7 जुलाई रविवार को उदय हुए हैं। देवगुरु बृहस्पति 02 जून को उदय हो गए थे। गुरु और शुक्र ग्रह जब भी अस्त होते हैं तब सभी तरह के शुभ कार्य वर्जित हो जाते हैं। कहा कि दोनों ग्रहों के उदय होने से 10 जुलाई से सभी शुभ कार्य शुरू हो जाएंगे। इस साल जुलाई से दिसंबर तक 61 दिन विवाह के मुहूर्त हैं। पंडित नौटियाल ने बताया कि जुलाई में 11 तारीख से विवाह के मुहूर्त शुरू होंगे।
मंदिरों में क्यूआर कोड स्कैन कर दे सकेंगे चढ़ावा
राजधानी के मंदिरों ने ऑनलाइन दान सुविधा शुरू कर दी गई है। श्रद्धालु अब मंदिरों में क्यूआर कोड स्कैन कर अपनी इच्छा के अनुसार चढ़ावा दे सकेंगे। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए राजधानी के प्रसिद्ध मंदिरों में प्रबंधकों की ओर से क्यूआर कोड स्कैनर लगाए गए हैं। वहीं जिन मंदिरों में अभी तक क्यूआर कोड स्कैनर नहीं लगे हैं उनमें भी लगाने की तैयारी की जा रही है। राजधानी के प्रसिद्ध कालीबाड़ी मंदिर में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए क्यूआर कोड स्कैनर लगाया गया है। श्रद्धालु भी अब नई सुविधा का लाभ उठा रहे हैं। रविवार को कई भक्तों ने क्यूआर कोड स्कैन कर चढ़ावा दिया। अपनी इच्छा के अनुसार भक्त मंदिर में दान कर सकते हैं। इसके साथ ही राममंदिर में भी क्यूआर कोड की सुविधा दी गई है। हनुमान मंदिर जाखू में इससे पहले क्यूआर कोड स्कैनर लगाया गया था। कालीबाड़ी मंदिर प्रबंधक सोमनाथ प्रमाणिक ने बताया कि मंदिर में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए क्यूआर कोड स्कैनर लगाया गया है।